हम चाहते हैं PM मणिपुर जाएं - जयराम रमेश
दिल्ली, 19 नवंबर - कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने कहा कि कल रात मुख्यमंत्री ने इम्फाल में एक बैठक बुलाई थी, उन्होंने सभी NDA विधायकों को बैठक में बुलाया था। बैठक में NDA के केवल 26 विधायक थे, 18 नहीं थे। इस प्रकार मुख्यमंत्री सहित 27 विधायक वहां थे। बाद में पता चला कि उनमें से 3 विधायकों के जाली हस्ताक्षर किए गए थे, क्योंकि वे वहां नहीं थे। हमारा मानना है कि वहां केवल 24 विधायक थे। विधानसभा में 60 विधायक हैं। इसलिए, सब कुछ स्पष्ट है...क्या मणिपुर के असली सूत्रधार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दीवार पर लिखी इस बात को पढ़ रहे हैं? NDA के एक सहयोगी दल के अध्यक्ष ने भाजपा अध्यक्ष को पत्र लिखा कि वे समर्थन वापस ले रहे हैं। उस पार्टी NPP के पास 7 विधायक हैं...PM मणिपुर नहीं जाते। उन्होंने इसकी जिम्मेदारी गृह मंत्री को सौंप दी है। वहां स्थिति बहुत संवेदनशील है। किसी भी समय हिंसा भड़क सकती है...हम चाहते हैं कि पीएम मणिपुर जाएं और 1-2 दिन वहां रहें, लोगों से मिलें राजनीतिक दल और राजनेता संसद सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक बुलाएं। मुझे लगता है कि यह गृह मंत्री की पूरी तरह से विफलता है।