दूती चंद ने यूनिवर्सिटी गेम्स में जीता स्वर्ण पदक

नई दिल्ली, 10 जुलाई (वार्ता) ‘जेंडर विवाद’ तो कभी अपने समलैंगिक होने को लेकर मानसिक उत्पीड़न का शिकार रहीं भारतीय धाविका दूती चंद ने अपने जज्बे और मज़बूती की नायाब मिसाल पेश करते हुए इटली के नेपल्स में 30वें वर्ल्ड समर यूनिवर्सिटी गेम्स की 100 मीटर स्पर्धा में भारत को उसका पहला स्वर्ण पदक दिला इतिहास रच दिया है। भारत का इन खेलों के इस सत्र में न सिर्फ यह पहला स्वर्ण है बल्कि वह वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स के इतिहास में 100 मीटर दौड़ में स्वर्ण जीतने वाली भी पहली भारतीय हैं। उनसे पहले कोई भी भारतीय इन खेलों की 100 मीटर दौड़ के फाइनल में भी क्वालीफाई नहीं कर सका है। दूती की इस कामयाबी पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी उन्हें बधाई दी है। राष्ट्रपति ने लिखा,‘‘आपको बधाई दूती यूनिवर्सिटी गेम्स में 100 मीटर रेस में स्वर्ण जीतने पर। यह भारत के लिए इन खेलों में पहला स्वर्ण है और देश के लिए गौरव का क्षण है। अपने प्रयासों को जारी रखिये और ओलंपिक में हम इसी तरह की जीत की अपेक्षा करेंगे।’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी दूती चंद को उनकी सफलता पर बधाई दी है।