फैंटन हाउस के 17 मालिकों के अनोखे संग्रह

सदा ही ड्राइंग रूम
दीवारों पर लकड़ी की पेनलिंग, मेहराबों, विशिष्ट फर्नीचर वाला आकर्षक कक्ष, सदैव ही फैंटन हाउस का ड्राइंग रूम रहा है। 17 स्वामियों के आने-जाने पर भी इस कमरे को सभी ने ड्राइंग रूम के रूप में ही उपयोग किया। वोलनटियर महिला ने हमें बताया कि लेडी बिनिंग इसे चाइना रूम (पोर्सलेन, मिट्टी-चीनी की वस्तुओं वाला कमरा) भी कहती थी क्योंकि केवल अलमारियों में ही नहीं परन्तु सोफा, फायर प्लेस आदि फर्नीचर के आसपास भी मूल्यवान पोर्सलेन का सामान सजा था। हमने यहां दीवार पर सराहनीय ग्लास पेंटिंग देखी जो 18वीं शताब्दी के इंग्लैंड, फ्रांस एवं जर्मनी के फैंटन हाउस जैसे भवनों का निश्चित भाग थी।
बहुउपयोगी ग्रीन रूम
फिर हम हरे रंग वाले ग्रीन रूम में गए जिसकी विशेषता उसके दीवार चित्र एवं 17वीं, 18वीं शताब्दी के महंगे सेरामिक्स थे (मृत्तिका कृतियां)। पूर्व शताब्दियों में इस कमरे को कभी बैडरूम तो कभी ड्रेसिंग रूम के रूप में उपयोग किया गया था।
सर्विस स्टेयर केस
संकरी सीढ़ियों से ऊपर जाते हुए हमने पढ़ा कि यह सर्विस स्टेयर केस भी था जिससे सेवक या कर्मचारी फैंटन हाउस की चारों मंजिलों पर आते-जाते थे। ऊपर पहुंचकर हमारे सामने एक 16वीं शताब्दी की फ्रेंच इटालियन अलमारी थी जिस पर भारतीय संगीत यंत्र सारंगी सजी थी।
ऐंटिक के अनेक कमरे
फैंटन हाउस की विसिट के अंत में भवन के सबसे ऊपरी भाग ऐंटिक के 5 कक्षों को हमने देखा जिनमें कलेक्टर-मेजर फ्लेचर (1866-1944) का संगीत-यंत्र संग्रह प्रदर्शित है। मेजर फ्लेचर मध्यकालीन संगीत यंत्रों के संरक्षण के लिए उन्हें खरीद कर संग्रहित करते थे। मरणोपरांत उनका विशाल अनोखा कला संग्रह यहां प्रदर्शित किया गया।वोलनटियर ने हमें बताया कि जैसे कि मेजर फ्लेचर की अभिलाषा थी वैसे ही संगीत सीखने वाले विद्यार्थी फैंटन हाउस आते हैं और उनके यंत्र संग्रह पर अभ्यास करते हैं। मैंने सोचा कि फैंटन हाउस के प्रसिद्ध संगीत समारोहों का यह कारण भी है। वोलनटियर ने आगे बताया कि वर्तमान में जिन कक्षों में 16वीं से 20वीं शताब्दी के विभिन्न देशों (इटली, फ्रांस, इंग्लैंड एवं हौलैंड) के पियानो परिवार के यंत्र सजे हैं व कक्ष एक वक्त पर फैंटन हाउस के अनेक स्वामियों के बच्चों एवं स्टाफ की प्रसन्नचित्त आवाजों से गूंजते थे।
गार्डन
फैंटन हाउस के आगे और पीछे के उद्यानों में, ऐसा प्रतीत होता है कि मानों 1756 ए.डी. से कुछ अधिक नहीं परिवर्तित हुआ है। पुराने किचन गार्डन एवं फल वृक्षों के अतिरिक्त केवल फूल ही नवीन जोड़ हैं। यादों के संसार में मैंने अपने को फैंटन हाउस के प्रथम स्वामी के गार्डन में पाया और फिर प्रत्येक स्वामी को पुराने गार्डन में कुछ निजी योगदान करते हुए देखा। वापिस लौटते हुए फैंटन हाउस के 17 स्वामियों की एन्ट्री एवं एग्जिट की हृदय छू लेने वाली कहानियों की यादें थीं और साथ ही वर्तमान के कलाकृति एवं संगीत यंत्र संग्रह जो कभी भूल नहीं सकते।