पॉवरकाम द्वारा चमड़ा फैक्टरियों की बिजली बंद

जालन्धर, 31 अक्तूबर (शिव शर्मा): काला संघियां नाले को प्रदूषित करने पर पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा चमड़ा काम्पलैक्स की फैक्टरियों को बंद करने की कार्रवाई पावरकाम द्वारा दोपहर बाद शुरू कर दी गई। पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की सिफारिश के बाद पावरकाम ने दोपहर बाद न सिर्फ चमड़ा काम्पलैक्स की बिजली बंद कर दी बल्कि बाद में उन्हाेंने 61 चमड़ा फैक्टरियों के अकेले-अकेले कनैक्शन काटने का काम शुरू कर दिया, जिनकी सूची बोर्ड द्वारा उपलब्ध करवाई गई। हाईकोर्ट के आदेशों पर डिप्टी कमिश्नर द्वारा अमल करवाया जाना था। डी.सी. वरिन्द्र कुमार शर्मा ने चमड़ा फैक्टरियों को बंद करने के आदेश पर अमल करने के लिए पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को सिफारिश कर दी थी। हाईकोर्ट के आए आदेशों के बाद पी.पी.सी.बी. ने 61 चमड़ा फैक्टरियों की सूची बनाई थी, जिनको पावरकाम को कनैक्शन काटने के लिए भेजा गया। यह सूची आप एक्सीयन इंजी. अरुण कक्कड़, एस.डी.ओ. संदीप कुमार लेकर गए थे। पावरकाम ने बाद में बिजली कनैक्शन काटने के लिए टीमों का गठन किया। बताया जाता है कि पहले तो सारे लैदर फैडरेशन की बिजली बंद कर दी गई थी व बाद में टीमों ने अकेले-अकेले फैक्टरियोें के कनैक्शन काटने का काम शुरू कर दिया। पावरकाम के एस.ई.एच.एस. बांसल ने इसकी पुष्टि की कि कनैक्शन काटने के लिए टीमें भेज दी गई थीं। वैसे समूची कार्रवाई की पी.पी.सी.बी. द्वारा ही निगरानी की जा रही है।
50 फीसदी रंगाई वाले ढोल पहले ही किये थे बोर्ड ने सील
 लैदर काम्पलैक्स का पानी साफ करने के लिए 5 एम.एल.डी. की ट्रीटमैंट प्लांट लगा हुआ है। हाईकोर्ट ने इस कारण फैक्टरियों को सील करने के आदेश किये हैं कि पूरी समर्था से पानी को साफ नहीं किया जा रहा है जिस कारण काला संघिया नाला प्रदूषित हो रहा है। पी.पी.सी.बी. ने काम्पलैक्स में पहले ही 50 फीसदी रंगाई वाले उन ढोलों को सील किया हुआ है जिनमें चमड़े की रंगाई की जाती है।
ज्यादा आ रहा प्रदूषण 
ट्रीटमैंट प्लांट से जो पानी निकलता है, अभी भी वह साफ होने के मापदंडों पर सही नहीं उतर रहा है। पानी में 30 बी.ओ.डी. (बायो आक्सीजन डिमांड) होनी चाहिए, परन्तु इस में ज्यादा प्रदूषण होने के कारण इसमें 100 बी.ओ.डी. की मात्रा आ रही है।