गुरु साहिबान की कर्मभूमि तरनतारन ने योद्धा, राजनीतिज्ञ व विद्वान पैदा किए : डॉ. हमदर्द

तरनतारन, 2 दिसम्बर (हरिंदर सिंह, परमजीत जोशी, लाली कैरों, गुरप्रीत सिंह कदगिल) : तरनतारन ज़िले की धरती जहां श्री गुरु अर्जुन देव जी की कर्मभूमि है, वहां खडूर साहिब, गोइंदवाल साहिब की धरती पर आठ गुरु साहिबान ने चरण ही नहीं डाले बल्कि कर्म भी किए। गुरुओं ने हमें इस धरती पर उपदेश भी दिए हैं। इस धरती पर गुरु साहिबान का बहुत बड़ा प्रभाव है। इसके अतिरिक्त इस धरती ने सिख कौम के महान योद्धा, राजनीतिज्ञ, विद्वान, जरनैल व उच्चकोटि के खिलाड़ी भी पैदा किए हैं। आज पंजाब को बहुत बड़ी चुनौतियाें व गम्भीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। पंजाब आर्थिक, धार्मिक व सभ्याचारक पक्ष से पतन की ओर जा रहे हैं। यह धरती कर्म योगियों की धरती है और उक्त चुनौतियों का सामना करना और अपनी विरासत को फिर बुलंदियों पर लेकर जाने के लिए हमें मैदान में उतरने की ज़रूरत है। यह विचार ‘अजीत प्रकाशन समूह’ के मुख्य सम्पादक डा. बरजिन्दर सिंह हमदर्द ने उप-कार्यालय तरनतारन की पहली वर्षगांठ मौके स्थानीय सतकार पैलेस में करवाए गए समारोह के दौरान पहुंची विभिन्न पार्टियों की शख्सियतों के अलावा धार्मिक, राजनीतिक व सामाजिक प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। डा. बरजिन्दर सिंह हमदर्द ने अपने सम्बोधन में कहा कि माझा की इस ज़िले की धरती पर श्री गुरु अर्जुन देव जी ने श्री दरबार साहिब तरनतारन में पवित्र सरोवर का निर्माण किया, यहां के लोग सौभाग्यशाली हैं कि उनका जन्म यहां हुआ है। सिख रियासत के महान योद्धा महाराजा रणजीत सिंह भी समय-समय पर यहां आते रहे हैं। इस धरती पर सिख कौम के महान जरनैलों, स्वतंत्रता सेनानियाें, बड़े राजनीतिज्ञों, विद्वानाें व बड़े खिलाड़ियों ने जन्म लिया है जोकि यहां के लोगों के लिए गर्व व सम्मान की बात है। डा. बरजिन्दर सिंह हमदर्द ने कहा कि वह तथा उनकी टीम पूरी ईमानदारी से अपना कर्त्तव्य निभा रही है। इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए शिरोमणि अकाली दल के महासचिव  बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि आज हम लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ मीडिया को भूल रहे हैं। यदि मीडिया न हो तो लोकतंत्र को बचाना बेहद मुश्किल हो जाएगा। वह डा. बरजिन्दर सिंह हमदर्द के पिता डा. साधु सिंह हमदर्द व उनकी माता को सजदा करते हैं जिन्होंने ऐसे निडर सपूत को जन्म दिया, जो पंजाब, पंजाबियत व मातृभाषा पंजाबी के हक में निडरता से अपनी आवाज़ बुलंद कर रहे हैं। पंजाब के सरकारी कार्यालयों में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल द्वारा पंजाबी भाषा लागू की गई थी, उसके पीछे डा. बरजिन्दर सिंह हमदर्द की सोच थी। इस अवसर पर तरनतारन क्षेत्र के विधायक डा. धर्मबीर अग्निहोत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज वह जिस मुकाम पर पहुंचे हैं, उसमें सबसे बड़ा योगदान ‘अजीत’ अखबार का है। यदि आज वह विधायक बने हैं तो ‘अजीत’ अखबार की देन हैं। चुनावों के दौरान अदारा ‘अजीत’ जहां निष्पक्ष होकर लोगों को सही जानकारी देता है वहीं खबरों के लिए यह अदारा किसी भी राजनीतिक पार्टी से कोई पैसा नहीं लेता। पट्टी क्षेत्र से विधायक हरमिंदर सिंह गिल ने कहा कि ‘अजीत’ एक ऐसा अखबार है जो पंजाब, पंजाबी व पंजाबियत की बात करने में अग्रणी रहा है, अब ऐसा समय है कि घर में जितनी मज़री अखबारें पड़ी हों सबसे पहले ‘अजीत’ को ही पढ़ता है। इस अवसर पर खेमकरन क्षेत्र के विधायक सुखपाल सिंह भुल्लर ने कहा कि ‘अजीत’ ने हमेशा ही सच्चाई पर पहरा दिया है और मूल्य की खबरों से दूरी बनाई है। इस मौके प्रो. विरसा सिंह वल्टोहा पूर्व विधायक, फतेह ग्रुप के चेयरमैन इकबाल सिंह संधू, अजय पाल सिंह मीराकोट, मलकीत सिंह ए.आर. सभी पूर्व विधायक, पूर्व विधायक मनजीत सिंह मन्ना, कुलदीप सिंह औलख, हरजीत सिंह महासचिव माझा ज़ोन, निरवैल सिंह चेयरमैन, भाई मनजीत सिंह सदस्य शिरोमणि कमेटी, गुरबचन सिंह करमूंवाला सदस्य शिरोमणि कमेटी, जत्थेदार खुशविंदर सिंह भाटिया, गुरमुख सिंह घुल्ला बलेर, किसान नेता सुरजीत सिंह भूरा ने भी अपने सम्बोधन में कहा कि ‘अजीत’ एक ऐसा अखबार है जोकि मूल्य की खबरें नहीं लाता और यह आम व्यक्ति के साथ जुड़ा हुआ है। समारोह के दौरान मंच का संचालन शेरजंग सिंह हुंदल ने बाखूबी निभाया। इस मौके सांसद जसबीर सिंह डिम्पा के बेटे उपदेश गिल, गुरजीत सिंह बिजलीवाल अध्यक्ष यूथ अकाली दल गुरदासपुर, रमनदीप सिंह भरोवाल, पावरकाम के एस.ई. इंजीनियर जतिंदर सिंह, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता संदीप अग्निहोत्री, पूर्व चेयरमैन सुखराज सिंह किरोतवाल, तरलोक सिंह चक्कवालिया, भूपिंदर सिंह खेड़ा, पूर्व चेयरमैन गुरमिंदर सिंह रटोल, कवलजीत सिंह पूर्व अध्यक्ष नगर कौंसिल, सुमीत चावला, हरमन सेखों, के.पी. गिल, ब्लाक अध्यक्ष सोनू दोदे, राजा पन्नू, योधबीर सिंह, परमजीत सिंह पम्मा गग्गूबुआ, मनिंदरपाल सिंह पलासौर, सविंदर सिंह पन्नू, डा. कशमीर सिंह सोहल, चेयरमैन बलदेव सिंह पंडोरी गोला आदि मौजूद थे।