मिशन मोदी अगेन पी.एम. के सदस्यों को मिलेगी भाजपा की नई टीम में जगह

जालन्धर, 19 जनवरी (शिव): अश्वनी शर्मा के पंजाब भाजपा के प्रधान बन जाने के बाद अब मिशन मोदी अगेन पी.एम. के सदस्यों को भी जगह मिलने की संभावना ज़ाहिर की जा रही है क्योंकि पूर्व प्रधान श्वेत मलिक के कार्यकाल में वर्ष 2019 में दूसरे पक्षों के कई सदस्यों को अलग कर दिया गया था, उन्होंने अपना अलग मिशन मोदी अगेन पी.एम. नाम की संगठन बना लिया था। इस संबंध में कई वरिष्ठ नेता भी शामिल किए गए थे। लोक-सभा चुनावों दौरान यह सदस्य घर बैठ गए थे परन्तु वह श्री नरेन्द्र मोदी के लिए काम करना चाहते थे और इस करके उनको राज्य के कई ज़िलों में मिशन मोदी अगेन पी.एम. का गठन कर दिया था। इस विंग ने तो मौजूदा भाजपा के यूनिट से अधिक काम किया था और उनकी हाज़री भी काफी अधिक थी। चाहे पंजाब के कई ज़िलों में मिशन मोदी अगेन पी.एम. का गठन कर दिया गया था और उसने श्वेत मलिक द्वारा बनाए गए यूनिटों के बराबर ही काम करना शुरू कर दिया था परन्तु उन्होंने कभी भी मिशन मोदी अगेन पी.एम. के खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की थी क्योंकि सीनियर नेताओं का आशीवार्द इस विंग को था। जिन्होंने नेताओं वर्करों ने मिशन मोदी अगेन पी.एम. नाम का विंग बनाया था और उसमें कई टकसाली और मेहनती नेता थे और वह पार्टी के लिए कई काम करना चाहते थे। लापरवाही करने के बाद वह चुप करके नहीं बैठे बल्कि मिशन मोदी अगेन पीएम नाम का विंग बना लिया था। इस विंग ने काफी काम किया था। श्री नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद इस विंग ने भी काम करना बंद कर दिया था जबकि अब नए प्रधान अश्वनी शर्मा बन गए हैं और अब यह समझा जा रहा है कि मिशन मोदी अगेन पीएम के सदस्य अश्वनी शर्मा की टीम में वापिस आ सकते हैं। 
जालन्धर में अश्वनी शर्मा की प्रधानगी के लिए की गई ताजपोशी अवसर पर मिशन मोदी अगेन पी.एम. के वर्करों व नेताओं का उत्साह देखने को मिल रहा था। नए भाजपा प्रधान अश्वनी शर्मा ने अब कुछ समय बाद अपनी नई टीम का ऐलान करना है इस लिए उनकी नई टीम पर नज़रें लगी हुई हैं कि पूर्व प्रधान श्वेत मलिक के समय में जो नेता पीछे किए गए थे, उनकी कोई वापसी की जा सकती है। अश्वनी शर्मा हेतु इस समय मिशन-2022 के लिए तो काफी दबाव है परन्तु साथ ही उनके लिए नई टीम बनाने की भी एक बड़ी चुनौती है।