थोक बाज़ार में दालों की कीमतें घटीं

जालन्धर, 26 मई (शिव शर्मा): दो माह पहले कोरोना महामारी से पूर्व दालों की कीमतों में हैरानीजनक वृद्धि हुई थी और अब कुछ दिनों से दालों की कीमतों में रिकार्डतोड़ मंदी आ गई है जबकि दालों की कीमतें घटने के बाद अब आम लोगों तक इसका फायदा पहुंचाने के लिए परचून दुकानदाराें को कीमतें घटानी पड़ेंगी। दालों की थोक कीमतों में पहली बार है कि 20 से 25 रुपए प्रति किलो की कमी आई है जबकि कई दालों में तो यह कमी और भी ज्यादा बताई जा रही है। दालों की कीमतें कुछ दिनों से घटनी शुरू हुई हैं जिनमें 105 रुपए किलो वाली मूंगी धूली की दाल अब 81 रुपए किलो आ गई है। और इसी तरह मूंगी साबुत 100 रुपए से 78 रुपए किलो, मांह साबुत 95 रुपए से 82 रुपए, चने की दाल 65 रुपए से 51 रुपए, काले चने 75, 70 रुपए से घटकर 48 रुपए, अरहर की दाल 100 रुपए से घटकर 82 रुपए किलो आ गई है। यह कीमतें थोक बाज़ार की हैं। लॉकडाऊन खुलने के बाद अब दिल्ली से कीमतों की घोषणा होनी शुरू हो जाती है। चाहे थोक में दालों की कीमतें घट गई हैं परंतु इसका फायदा आने वाले समय में परचून दुकानदारों को लोगों को भी देना चाहिए क्योंकि कई बार देखने में आया है कि जब कई बार थोक बाज़ार में दालों की कीमतें घटती हैं तो कई बार इसका फायदा आम लोगों को इसकी जानकारी नहीं मिलती क्योंकि कई परचून दुकानों पर कीमताें बारे जानकारी सार्वजनिक नहीं होती। कोरोना महामारी शुरू होते समय तो दालों की कीमतों में रिकार्डतोड़ तेज़ी आई थी तो यह भी चर्चा रही थी कि कईयों ने तो बनावटी तेज़ी बनाई है। लॉकडाऊन में काफी ढील देने के बाद अब लोगों में इसका डर खत्म हो गया है कि वह दालों या अन्य सामान स्टाक कर लें।