भारत और केन्या ऐसे देश हैं जिनका अतीत और भविष्य साझा है- पीएम मोदी 

नई दिल्ली, 5 दिसंबर - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "पिछली शताब्दी में हमने (भारत-केन्या) मिलकर उपनिवेशवाद का विरोध किया था। भारत और केन्या ऐसे देश हैं जिनका अतीत और भविष्य साझा है। एक प्रगतिशील भविष्य की नींव रखते हुए आज हमने सभी क्षेत्र में अपने सहयोग को मजबूत करने का निर्णय लिया। भारत और केन्या के बीच व्यापार और निवेश में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। हमारे आर्थिक सहयोग की पूरी क्षमता का एहसास करने के लिए हम नए अवसरों की तलाश जारी रखेंगे। भारत केन्या के लिए एक प्रतिबद्ध विकास भागीदार रहा है।" मुझे खुशी है कि केन्या ने वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन और अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन से जुड़ने का निर्णय लिया है साथ ही केन्या द्वारा लिए गए इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस से जुड़ने के निर्णय से हम बिग कैट के संरक्षण के लिए वैश्विक प्रयासों को सशक्त कर सकेंगे। भारत और केन्या एकमत हैं कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे गंभीर चुनौती है।  इस संबंध में हमने काउंटर-टेररिज्म के क्षेत्र में आपसी सहयोग को बढ़ाने का निर्णय लिया है। केन्या को अपना दूसरा घर मानने वाले करीब 80 हजार भारतीय मूल के लोग हमारे संबंधों की सबसे बड़ी ताकत हैं। उनकी देख-रेख के लिए केन्या से मिल रहे सहयोग के लिए मैं राष्ट्रपति रुतो का व्यक्तिगत रूप से आभार व्यक्त करता हूं।