Diwali 2024: 200 साल पुरानी परंपरा भर रही आखिरी दम, सांसें टूटने से पहले उठाना होगा ये कदम

जोरहाट (असम), 24 अक्टूबर- दीपावली के त्यौहार पर जहां देश भर के घर उत्सव के दीयों से जगमगाते हैं। वहीं असम के जोरहाट ज़िले के निमती भिटोर कोकिला गांव का कुम्हार समुदाय अपनी सदियों पुरानी मिट्टी के बर्तनों की परंपरा को जीवित रखने के लिए संघर्ष कर रहा है। 200 साल पुरानी यह कला, जो कभी आजीविका का प्राथमिक स्रोत थी, अब विलुप्त होने के कगार पर है, जिससे समुदाय काफी परेशान है।