यह दोनों मुल्कों की नाकामी है - महबूबा मुफ्ती

कुपवाड़ा (जम्मू-कश्मीर), 18 मई - पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि लोगों को बहुत नुकसान हुआ है। 1 लाख 20 हजार रुपए का मुआवजा काफी नहीं है, सरकार मकान बनाने के लिए जो वित्तीय सहायता दे रही है, उसको बढ़ाया जाए...लोगों के मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं और वे युद्ध भी नहीं चाहते। वे शांति चाहते हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आजकल के समय में जब अच्छे अस्पतालों, स्कूलों की मांग करनी चाहिए थी तब लोग अलग-अलग बंकरों की मांग कर रहे हैं। मुझे लगता है कि यह दोनों मुल्कों की नाकामी है। मेरी सरकार से गुजारिश है कि यह क्षेत्र पूरा तबाह हो चुका है और इसको फिर से बसाने के लिए विशेष पुनर्वास पैकेज मिलना चाहिए और अलग-अलग बंकर भी दिए जाने चाहिए। 
आतंकवाद के खिलाफ भारत की निरंतर लड़ाई और #OperationSindoor को प्रदर्शित करने के लिए प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल पर पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पहले उनको संसद का सत्र बुलाना चाहिए था, अपने लोगों के साथ बात करनी चाहिए थी, पहले सांसदों से चर्चा करनी चाहिए थी। उसके साथ-साथ प्रतिनिधिमंडल को बाहर भेजना चाहिए था। अगर आप अपने संसद में खुलकर बात नहीं करेंगे तो बाहर लोगों को क्या बताएंगे? 

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