श्री हेमकुंट साहिब यात्रा के लिए पहला जत्था जयकारों की गूंज के बीच रवाना

ऋषिकेश से सुरिन्द्रपाल सिंह वरपाल की विशेष रिपोर्ट
10वें पातशाह श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के पूर्व जन्म के तपोस्थान गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब की यात्रा के लिए आज पहला जत्था गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब ऋषिकेश से ‘बोले सो निहाल सति श्री अकाल’ के जयकारों की गूंज में अगले पड़ाव के लिए रवाना हुआ। जिसको ‘रवानगी समारोह’ में विशेष तौर पर शामिल हुए केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने जहां हरी झंडी दिखा कर रवाना किया वहीं जत्थे के समूह सदस्यों को सिरोपा देकर सम्मानित किया। इस दौरान अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व चेयरमैन डा. तरलोचन सिंह, श्री हेमकुंट साहिब मैनेजमैंट ट्रस्ट के प्रधान  जनक सिंह, ट्रस्ट के उप प्रधान नरिन्द्रजीत सिंह बिंदरा, स्वामी चिंदानंद सरस्वती मुनि, उत्तराखंड के भाजपा प्रधान अजय भट्ट, विधायक ऋषिकेश प्रेम चंद अग्रवाल व अन्य शख्सियतें उपस्थित थीं।
इससे पहले गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब ऋषिकेश में करवाए गए धार्मिक समारोह दौरान ट्रस्ट अधीन चल रहे गुरमति संगीत विद्यालय के विद्यार्थी व हज़ूरी रागी भाई गुरमेल सिंह व भाई रविन्द्र सिंह के जत्थे द्वारा इलाही बाणी के मधुर कीर्तन से संगत को निहाल किया। उपरांत मुख्य ग्रंथी भाई लाहौर सिंह द्वारा रवानगी की अरदास की गई।
इस दौरान अपने आपको वडभागा बताते पुरी ने कहा कि श्री हेमकुंट साहिब की यात्रा के लिए पहले जत्थे को रवाना करना जहां उनके लिए गर्व वाली बात है वहीं दिली तमन्ना भी रखते हैं कि यात्रा दौरान वह भी अपने परिवार सहित श्री हेमकुंट साहिब के दर्शन कर सकें। उन्होंने कहा कि श्री गुरु गोबिंद सिंह जी द्वारा सजाए गए खालसा पंथ की आज के समय दौरान पूरे विश्व में अलग पहचान है जिसमें खास करके चाहे बात खालसा ऐड की जाए जो मीडिया जैसे खतरनाक हालातों में भी बरसती गोलियों में लोगों की सहायता करते हैं या फिर अन्य देशों में रहते सिखों की, जिन्होंने हमेशा ही गुरु साहिबान के दर्शाए मार्ग पर चलते हुए सिख कौम का मान बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि श्री हेमकुंट साहिब की यात्रा को अधिक सुखद बनाने व उत्तराखंड को टूरिज्म हब के तौर पर विकसित करने के लिए ठोस रणनीति तैयार करने के लिए केन्द्र द्वारा सहयोग किया जाएगा।
इस दौरान उन्हाेंने श्री हेमकुंट साहिब मैनेजमैंट ट्रस्ट द्वारा शुरू की गई स्मार्ट गुरुद्वारा मुहिम की प्रशंसा करते हुए कहा कि पर्यावरण की संभाल के लिए गुरुद्वारा साहिबान के अलावा अन्य धार्मिक स्थानों की प्रबंधक कमेटियों को भी पहल करनी चाहिए।  इस अवसर पर स्वामी चिंदानंद सरस्वती मुनि ने कहा कि श्री गुरु नानक देव जी द्वारा शुरू की लंगर प्रथा आज भी निर्विघ्न जारी है जिसमें प्रत्येक जात धर्म के साथ संबंधित व्यक्ति लाइन में बैठ कर प्रशाद छकते हैं। उन्होंने कहा कि देश में नोटबंदी तो हो सकती है परन्तु  लंगरबंदी कभी भी नहीं हो सकती। पूर्व राज्यसभा सदस्य डा. तरलोचन सिंह ने कहा कि श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने करीब 700-800 वर्ष की गुलामी से मुक्त करवा कर भारत के वासियों में ऐसी ऊर्जा पैदा की कि एक-एक सिंह सवा लाख का मुकाबला करने के समर्थ हो गया। उन्हाेंने कहा कि गुरु साहिब ने सिंहों को शास्त्र विद्या के साथ-साथ ज्ञानवान बनाने के लिए श्री पांवटा साहिब की पावन धरती से 5 सिंहों को विभिन्न भाषाओं का ज्ञाता बनाने बनारस भेजा, जिसका हैड क्वार्टर ऋषिकेश ही था। इस दौरान उन्होंने संगत को यात्रा के लिए शुभकामनाएं दीं। श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के बलिदान की मिसाल विश्व में कहीं नहीं : उत्तराखंड के भाजपा प्रधान अजय भट्ट ने कहा कि श्री गुरु गोबिंद सिंह जी द्वारा दिये गए बलिदान की विश्व के किसी भी इतिहास में मिसाल नहीं मिलती है व उन्हाेंने विभिन्न धर्मों के लोगों को एक मंच पर इकट्ठा कर श्री आनंदपुर साहिब की पावन धरती में खालसा पंथ की स्थापना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा यात्रा को आसान व सुखद बनाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा अपने भाजपा वर्करों को भी खास निर्देश जारी किए हैं।
इस अवसर पर उपप्रधान नरिन्द्रजीत सिंह बिंदरा ने कहा कि 1960 में बनाए गए श्री हेमकुंट साहिब ट्रस्ट द्वारा यात्रा निरंतर 58 वर्षों से चलाई जा रही है जिसमें ट्रस्ट अधीन 8 गुरुद्वारे साहिबान में रिहायश, लंगर व स्वास्थ्य सेवाएं मुफ्त मुहैया करवाई जाती हैं। उन्होंने कहा कि श्री हेमकुंट साहिब यात्रा प्रदेश के लिए आर्थिक पक्ष से रीढ़ की हड्डी है, क्योंकि देश-विदेश से पहुंची संगत द्वारा यात्रा दौरान खर्च की जाती राशि से ट्रस्ट हज़ारों घरों की सहायता करता है। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट किसी खास नहीं बल्कि प्रत्येक धर्म के साथ संबंधित यात्रा के सहयोग के लिए तत्पर रहता है। इस अवसर पर ट्रस्ट के सचिव रविन्द्र सिंह ने प्रमुख शख्सियतों के अलावा संगत का स्वागत किया व यात्रा के लिए शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर विधायक प्रेम चंद अग्रवाल, हरदीप सिंह पुरी की धर्मपत्नी लक्ष्मी पुरी, मैनेजर दर्शन सिंह, अमर सिंह, कृपाल सिंह, बूटा सिंह, मंगा सिंह, बचन पोथरियाल, पूर्व चेयरमैन दीप शर्मा, मदन मोहन सिंह आदि के अलावा देश-विदेश से आई संगत उपस्थित थी। इस अवसर पर ट्रस्ट द्वारा चेयरमैन जनक सिंह, उपप्रधान नरिन्द्रजीत सिंह बिंदरा, डा. तरलोचन सिंह आदि द्वारा मा. हरदीप सिंह पुरी सहित अन्य शख्सियतों को सिरोपा, लोई व श्री हेमकुंट साहिब की तस्वीर के साथ सम्मानित किया।