पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों को होमवर्क से मिलेगा छुटकारा 

कोलकाता, 3 जून (भाषा) : जल्द ही पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों को उनके स्कूल, होमवर्क नहीं दे सकेंगे। मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है केन्द्र सरकार इस सिलसिले में संसद के मॉनसून सत्र में एक विधेयक लाएगी। मद्रास उच्च न्यायालय के 30 मई के एक अंतरिम आदेश के मद्देनज़र जावड़ेकर की यह टिप्पणी आई है। अदालत ने केंद्र से कहा था कि वह राज्य सरकारों को यह निर्देश जारी करे कि वे स्कूली बच्चों के बस्ते का भार घटाएं और पहली एवं दूसरी कक्षा के बच्चों को होमवर्क से छुटकारा दिलाएं। जावड़ेकर ने कहा कि उनका मानना है कि नीरस तरीके से नहीं सीखा जा सकता है। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि मैं फैसले (अदालत के) का स्वागत करता हूं। हम आदेश का अध्ययन कर रहे हैं और जो कुछ भी ज़रूरी होगा, हम करेंगे। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि केन्द्र मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 के अनुपालन में सरकार मॉनसून सत्र में ‘नो होमवर्क’ विधेयक लाएगी और इसके पारित हो जाने की उम्मीद है। अदालत ने इस बात का जिक्र किया था कि बच्चे न तो भारोत्तोलक (वेटलिफ्टर) हैं न ही बस्ते से लदे कंटेनर हैं। इसने राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि स्कूली बस्ते का वज़न बच्चे के वज़न के 10 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिए।