जंग-ए-आज़ादी यादगार पर्यटन का प्रमुख केन्द्र बनी : सिद्धू

करतारपुर/ जालन्धर, 15 जून : करतारपुर स्थित जंग-ए-आज़ादी यादगार के तीसरे चरण के चल रहे कार्य का जायज़ा लेने के लिए विशेष तौर पर यहां पहुंचे कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि अल्प समय में ही यह यादगार पर्यटन के प्रमुख केन्द्र के रूप में उभरकर सामने आई है और दूसरे चरण के मुकम्मल होने के बाद केवल तीन माह में ही यादगार की कमाई 35 लाख रुपए से अधिक हो गई है। पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने यह जानकारी दी और कहा कि यादगार का तीसरा चरण भी जल्द मुकम्मल कर देशवासियों को यह यादगार पूर्ण तौर पर समर्पित कर दी जाएगी और पर्यटकों की संख्या भी दोगुनी हो जाएगी। इस अवसर पर उन्हाेंने इस यादगार को अंजाम तक पहुंचाने के लिए प्रोजैक्टों के कर्त्ता-धर्त्ता व जंग-ए-आज़ादी की प्रबंधकीय कमेटी के अध्यक्ष डॉ. बरजिन्दर सिंह हमदर्द मुख्य सम्पादक ‘अजीत प्रकाशन समूह’ द्वारा किए प्रयत्नों की भरपूर प्रशंसा करते हुए कहा कि किसी भी प्रोजैक्ट को सफल बनाना सबसे अहम कार्य होता है और डॉ. हमदर्द ने इसे सच करके दिखाया है। उन्होंने कहा कि डॉ. हमदर्द द्वारा देशभक्तों को सजदा करने के लिए पर्याप्त यादगार का देखा गया सपना आज हकीकत बनकर हमारे सामने है और मीनार-ए-शहीदां में जलती लाट से आने वाली पीढ़ियां सदियों तक प्रेरणा लेती रहेंगी। उन्होंने कहा कि यह यादगार विदेशोें में बैठे 2 करोड़ पंजाबियों को भी अपने गौरवमयी विरासत व इतिहास के साथ जोड़ने में अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने यादगार को आधुनिक तकनीक, अद्भुत कला व सुंदर इमारतसाज़ी का सुमेल बताते हुए कहा कि यह यादगार विश्व की 5 प्रमुख यादगारों में शुमार है। सिद्धू ने कहा कि जल्द ही वह विदेशों का दौरा कर वहां से पर्यटक के तजुर्बे के आधार पर प्रदेश के अन्य स्थानों की निशानदेही कर उन्हें पर्यटन के केन्द्र के रूप में विकसित करेगी। उन्होंने कहा कि यदि अकेले जंग-ए-आज़ादी यादगार से कमाई की जा सकती है तो यदि ऐसे अन्य पर्यटन केन्द्रों को उत्साहित किया जाए तो पंजाब के  वारे न्यारे हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि 16 ऐसे स्थानों की निशानदेही की जा चुकी है तथा जहां लैंड स्केपिंग पर वृक्ष लगाने के अलावा ए.सी. कॉफी शॉप आदि विश्व स्तरीय इमारतें बनाई जाएगी। इसके साथ ही स. सिद्धू ने बताया कि जंग-ए-आज़ादी यादगार को अमृतसर सर्कट के साथ जोड़ कर अमृतसर में बनी बार मैमोरियल, पार्टीशन म्यूज़ियम, जलियांवाला बाग तथा अन्य ऐतिहासिक धार्मिक स्थानों की यात्रा के लिए एक टूरिस्ट सर्कट बना कर सैलानियों को पंजाब आने का निमंत्रण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 12 या 14 ऐसे पर्यटन केन्द्रों की यात्रा का प्रबंध सरकार द्वारा किया जाएगा तथा पर्यटन 3-4 दिन यहां रह कर इन स्थानों की यात्रा कर सकेंगे। स. सिद्धू ने कहा कि सरकार द्वारा आलोप होती जा रही विरासती कलाओं को संभालने के भी यत्न किए जा रहे हैं। लेज़र शो से हुए अत्यंत प्रभावित : इस मौके पर स. सिद्धू ने यादगार के चल रहे तीसरे पड़ाव के काम का जायज़ा लिया तथा आज़ादी संघर्ष से संबंधित बन रही विभिन्न गैलरियों को बहुत ही गौर से देखा। इस अवसर पर उनके साथ डा. बरजिन्दर सिंह हमदर्द भी मौजूद थे, जिन्होंने बहुत ही बारीकी से स. सिद्धू को इन गैलरियों के साथ संबंधित इतिहास से रू-ब-रू करवाया। इस अवसर पर स. सिद्धू आज़ादी के संघर्ष के लिए  चलीं विभिन्न लहरों के साथ संबंधित गैलरियों में आधुनिक तकनीक व कला की बेहतरीन पेशकारी से इतने प्रभावित हुए कि वह हर गैलरी को देखने के बाद डा. बरजिन्दर सिंह हमदर्द की सोच तथा भावना की प्रशंसा किए बिना नहीं रह सके। उन्होंने कहा कि यह यादगार यहां आने वाले सैलानियों के दिलों पर गहरा प्रभाव छोड़ती हुई उनके अंदर देशभक्ति के जज़्बे को और प्रबल करेगी। इस अवसर पर उन्होंने लेज़र शो द्वारा देश की आज़ादी के संघर्ष की पेशकारी को भी बहुत ही गौर से देखा तथा वह लेज़र शो से बेहद प्रभावित दिखाई दिए। इस अवसर पर उन्होंने विजटर रजिस्टर में अपनी भावनाओं को दर्ज किया।