ट्रक मालिकों की हड़ताल का मिला-जुला असर

नई दिल्ली, 18 जून (वार्ता): डीज़ल और थर्ड पार्टी बीमा की ऊंची कीमतों के विरोध में ट्रक मालिकों की देशव्यापी हड़ताल सोमवार से शुरू हो गई, जिसका मिलाजुला असर देखने को मिला। हड़ताल का ज्यादा असर दक्षिण तथा पूर्वी भारत में देखा गया। दक्षिण में तमिलनाडु और कर्नाटक में ट्रकों का परिचालन लगभग पूरी तरह बंद रहा। इससे इन राज्यों में आवश्यक वस्तुओं के दाम बढ़ने की आशंका है। साथ ही केरल में हड़ताल का 30 प्रतिशत असर देखा गया। पश्चिम बंगाल में हड़ताल का व्यापक असर देखा गया। इससे पूर्वाेत्तर के राज्यों में काफी असर पड़ा, क्योंकि सड़क मार्ग से इन राज्यों में जाने का रास्ता पश्चिम बंगाल होकर ही जाता है। ओडिशा और झारखंड में भी हड़ताल का आंशिक असर देखा गया।  ट्रक मालिकों के संगठनों के परिसंघ के अध्यक्ष बी. चन्नारेड्डी ने बताया कि हड़ताल अनिश्चितकालीन है और यह जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि परिसंघ ने एक माह पहले केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखकर अपनी चिंताओं और मांगों से अवगत करा दिया था। इसके बाद भी सरकार की ओर से बातचीत की कोई पहल नहीं की गई। डीज़ल के दामों में वृद्धि के विरोध में देश भर में हो रही ट्रकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल में पश्चिम बंगाल के ट्रक मालिक भी सोमवार को शामिल हो गये और  करीब चार लाख छोटे-बड़े ट्रक सड़कों पर नहीं उतरे।