68 लाख रुपए से खुलता है स्विस बैंक में अकाऊंट


बर्न, 30 जून (इंट) : स्विट्ज़रलैंड की खूबसूरती को लेकर इसे धरती का स्वर्ग भी कहा जाता है, लेकिन स्विस बैंकों के कारण यह ‘पैसों का स्वर्ग’ बनता जा रहा है। हाल की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि स्विस बैंकों को भारतीयों का पैसा 2017 में 50 प्रतिशत तक बढ़ गया है। अब तक काले धन और स्विस बैंकों को लेकर कई खबरें तो पढ़ी होंगी लेकिन यह कैसे काम करता है और क्या नियम हैं, इस संबंधी बहुत कम लोगों को जानकारी है। काला धन रखने वाले जो लोग अकाऊंट खुलवाते हैं, उसे नम्बर अकाऊंट कहा जाता है। स्विस बैंक में अकाऊंट 60 लाख रुपए से खुलता है। इसमें ट्रांजैक्शन के समय कस्टमर के नाम के बजाय सिर्फ उसे दी गई नम्बर आईडी का इस्तेमाल होता है। इसके लिए स्विट्ज़लैंड के बैंक में स्वयं जाना ज़रूरी हो जाता है। 20,000 रुपए हर साल इस अकाऊंट की मेंटनेंस के लिए जाते हैं। स्विट्ज़रलैंड में करीब 400 बैंक हैं, जिनमें यूबीएस और क्रेडिट सुइड ग्रुप सबसे अहम हैं। ये सभी बैंक गोपनीयता कानून की धारा 47 के तहत बैंक अकाऊंट खुलवाने वाले की गोपनीयता रखते हैं। इसीलिए काला धन रखने वाले यहां अकाऊंट खुलवाना पसंद करते हैं। इसमें सबसे अहम होता है बैंक का चयन। जिन्हें अपनी गोपनीयता बरकरार रखनी होती है, वे ऐसे स्विस बैंक का चुनाव करते हैं, जिसकी ब्रांच उनके अपने देश में न हो क्योंकि अगर ब्रांच स्विट्ज़रलैंड से बाहर होगी तो वहां पर उसी देश के नियम कायदे लागू होते हैं। बैंक रिकॉर्ड के लिए कई तरह के डॉक्यूमेंट्स मांगते हैं। इनमें पासपोर्ट की कॉपी, कम्पनी के दस्तावेज़ प्रोफैशनल लाइसैंस ज़रूरी होता है। इसमें खुद बैंक जाकर नकदी निकालनी होती है, इस सीधे राशि निकालने से गोपनीयता बनी रहती है क्योंकि ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड सिर्फ बैंक के पास होता है।