देश की सुरक्षा के लिए तैयार रहें जवान : सीतारमण

फिरोज़पुर, 12 अगस्त : भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित हुसैनीवाला में 1971 की जंग के दौरान भारतीय सेना द्वारा सुरक्षा के मद्देनज़र उडाये दरियाई पुल का 47 वर्षों बाद सेना ने नवनिर्माण किया। सतलुज दरिया पर दो करोड़ 48 लाख की लागत से बने 280 फीट लंबे पुल के उद्घाटन की रस्म अदा करते आज देश की रक्षामंत्री श्रीमति निर्मला सीतारमण ने सीमावर्ती ज़िले के लोगों को समर्पित किया। इस पुल के निर्माण से आसपास करीब दस गांवों को फायदा मिलेगा ओर विभिन्न क्षेत्रों में विकास के ओर विकल्प भी खुलेंगे। बार्डज रोड आर्गेनाइजेशन ने चेतक प्रोजैक्ट अधीन निश्चित समय से पूर्व ही पुल का निर्माण कार्य मुकक्मल कर लिया गया। इस पुल के बनने से शहीदों को सिजदा करने के लिए जाने वाले हज़ारों लाखों श्रद्धालुओं व देश भगती लहर से जुड़े लोगों को बहुत ही शानदार तोहफा दिया है। उद्घाटन समारोह के दौरान कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सिह सोढ़ी, शेर सिंह धुबाया सांसद, लैफ्टीनेंट हरपाल सिंह डायरैक्टर सीमा सड़क संगठन, लैफ्टीनेंट जनरल सुरिन्दर सिंह आर्मी कमांडर पश्चिम कंमाड,जनरल दुश्यंत सिंह जी.ओ.सी., डिप्टी कमिश्नर, सिविल सर्जन व अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे। रक्षामंत्री ने पुल निर्माण कार्य को निश्चित समय से पूर्व पूरा करने पर शाबाशी देते हुए कहा कि सीमा सड़क संगठन ने 52000 किलोमीटर सड़क निर्माण 650 पुल निर्माण व 19 हवाई पट्टियों का निर्माण भी सुचारू रूप से किया है। उन्होंने बताया कि 8.80 किलोमीटर मशहूर रोहतांग सुरंग का निर्माण भी सीमा सड़क संगठन ने ही किया है। इस अवसर पर शहीदों की स्मारकों पर शहीदों को श्रद्वांजलि अर्पित करते समय रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण भावुक हो गई ओर उनकी आंखों से आंसू छलकने लगे। काफी समय खामोश रहने के पश्चात उन्होंने कहा कि देश को आज़ाद करवाने के लिए शहीदों ने अपनी जवानी अपने परिवारों की परवाह किये बिना हंसते-हंसते फांसी पर लटक गए जिसकी बदौलत आज देश का हर नागरिक खुली फिजा में आज़ादी का आनंद ले रहा है लेकिन आज़ादी इतनी सस्ती नहीं मिली है। शहीदों के स्मारकों पर मार्ल्यापण कर उन्होंने कहा कि मन को जो शांति यहां आकर मिलती है वह दुनिया के किसी कोने में नहीं। इस समारोह के दौरान डिप्टी कमिश्नर बलविंदर सिंह धालीवाल, सीनियर पुलिस कप्तान प्रीतम सिंह, एस.पी.डी लखवीर सिंह, उप पुलिस कप्तान यादविंदर सिंह बाजवा व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के अतिरिक्त नसीब सिंह संधू साहिब सिंह संधू मल्लवाल एफ .सी.आई. सलाहकार बोर्ड आदि उपस्थित थे।