मोरों के संरक्षण हेतु समन्वय से काम करने के निर्देश 

जयपुर, 13 अगस्त (भाषा) : राष्ट्रीय पक्षी मोर के संरक्षण के लिए जिला कलेक्टर सिद्वार्थ महाजन ने कहा कि मोर के शिकार के प्रकरणों में दोषियों के खिलाफ चालान किए जाएं। उन्होंने कहा कि पुलिस थानों में भी ऐसी शिकायत आने पर वन विभाग के समन्वय से कार्यवाही कर प्रकरण दर्ज हो। महाजन ने इस बारे में एक समीक्षा बैठक में मोरों की मौत के प्रकरणों को भी संबंधित विभागों के अधिकारियों को आपसी सहयोग से संयम पर कार्रवाई के लिए पाबन्द किया। उन्होंने अधिकारियों को मोरों का तत्काल उपचार सुनिश्चित करने और मृत मोरों का नियमानुसार पोस्टमार्टम कराने के निर्देश दिये। उन्होंने पशुपालन, पुलिस एवं नगर निगम के अधिकारियों को वन विभाग के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए सतत् रूप से व्यापक प्रयास करने के निर्देश दिए।    जिले में 30 अप्रैल 2018 को वर्ष 2018 की गणना में जयपुर जिले में मोरों की संख्या बढ़कर 6751 हो गई है। इससे पहले हुई गणना में यह संख्या 4838 थी।