लुधियाना रिंकल हत्याकांड  : शेरू ग्रुप के 3 गैंगस्टर काबू

जालन्धर,12 सितम्बर (शैली): काऊंटर इंटैलीजैंस ने ग्रामीण पुलिस के साथ एक साझे आप्रेशन के दौरान  दोआबा के तीन नामवर गैंगस्टरों को काबू किया है। आरोपी दोआबा के मशहूर गैंग शेरू ग्रुप के सदस्य हैं। आरोपियों की पहचान गुरमीत सिंह उर्फ बुधू (36) लोहारां जालन्धर, मनमीत सिंह उर्फ मनी फिलौरा (26) लोहारां, जालन्धर  और भुपिंदर सिंह उर्फ भिंदा (34) निवासी जंडौर, होशियारपुर के रूप में हुई है। इस संबंधी जानकारी देते हुए काउंटर इंटैलीजैंस के ए.आई.जी. हरकंवलप्रीत सिंह खख ने बताया कि आरोपियों का संबंध दोआबा के मशहूर गैंग शेरू गैंग से है जिनका काम सुपारी लेकर हत्या करना आदि है। उन्होंने बताया कि उपरोक्त आरोपियों ने लुधियाना के एक पार्षद के बेटे से सुपारी लेकर लुधियाना के ही रहने वाले रिंकल नाम के नौजवान की हत्या की थी। उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि गैंगस्टर सतनाम सिंह उर्फ सुखी धीरोवालिया के नेतृत्व में शेरू गैंग के सदस्य भुपिंदर सिंह, गुरमीत सिंह, मनमीत सिंह मोनू कौल, और गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी लंबर जोकि सुपारी किलर हैं और डकैती आदि जैसे अपराध करते हैं वो किसी एजेंसी को निशाना बनाते हुए एजेंसी की लूट के इरादे से होशियारपुर से टांडा की तरफ कार पर जा रहे हैं। एआईजी खख ने बताया कि सूचना मिलते ही इस सूचना को एस.एस.पी. जालन्धर देहाती नवजोत सिंह माहल के साथ सूचना को सांझा किया गया जिस पर एक सांझी टीम बनाई गई जिसमें काउंटर इंटैलीजैंस और थाना भोगपुर के प्रभारी शामिल थे। खख ने बताया कि तीन गैंगस्टरों को काबू कर लिया गया जबकि इन के बाकी साथी मौके से फरार हो गये। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें जुटी हुई हैं। उन्होंने बताया कि आरोपियों से मौके पर ही 9 पिस्तौंलें, 11 जिंदा कारतूस और कार बरामद किये गये हैं। आरोपियों से वह कार भी बरामद कर ली गई है जिस पर सवार होकर आरोपी लुधियाना में रिंकल की हत्या करने के लिए गये थे। 
एक पार्षद के बेटे ने करवाई थी आरोपियों को सुपारी देकर रिंकल की हत्या : एआईजी खख ने बताया कि लुधियाना के एक पार्षद के बेटे जतिंदर पाल सिंह ने उपरोक्त आरोपियों को रिंकल की हत्या करने के लिए सुपारी दी थी। जतिंदर पाल सिंह सनी की रिंकल के साथ कोई आपसी रंजिश चल रही थी। उन्होंने बताया कि मामले की जांच के  अंतर्गत ही जतिंदर पाल सिंह ने पुलिस को आत्मसमर्पण कर दिया था जिससे इनका पता चला। उन्होंने बताया कि जतिंदर पाल सिंह उर्फ सनी के इस गैंग के सुखी धीरोवालिया के साथ अच्छे संबंध थे जिस पर सनी ने रिंकल को खत्म करने के लिए धीरोवालिया के साथ सौदा किया था। सौदे के बाद सुखी धीरोवालिया ने अपने साथी भुपिंदर, गुरमीत, मनमीत, मोनू कौल, गुरप्रीत सिंह, विशाल और दीपू को एक कार पर लुधियाना भेजा। उपरोक्त लोग लुधियाना में जाकर जतिंदर पाल सिंह उर्फ सनी से मिले जिस पर सनी ने उनके लिये होटल बुक करवाया और उस रात वो भी उनके साथ वहीं रुका। सुबह होते ही सनी कार पर होटल से चला गया और कुछ समय बाद राड और अन्य हथियारों के साथ वहां आया। इसके बाद सभी करीब 10 बजे होटल से सीधा रिंकल के घर उसे मारने के लिये चले गये। जाते ही सनी ने लोहे की राड रिंकल के सिर पर मारी जिससे रिंकल बेहोश हो गया पर उसके बेहोश होने के बाद भी सभी उस पर वार करते रहे। एआईजी खख ने बताया कि आरोपी मनमीत ने रिंकल की हत्या के बाद अपना भेस बदलने के लिए अपने बाल कटवा लिये थे। उक्त आरोपी लगातार अपने ठिकाने बदलते रहते थे। उन्होंने बताया कि मामले की जांच जारी है जल्द ही और भी खुलासे होने की सम्भावना है।