प्रतिष्ठा बचाने के लिए जीत के इरादे से उतरेगी भारतीय महिला

टीम हैमिल्टन, 9 फरवरी (भाषा)   : भारतीय महिला टीम रविवार को जब न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रृंखला के तीसरे और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच के लिए मैदान में उतरेगी तो उसकी कोशिश सांत्वना जीत दर्ज कर आत्मसम्मान बचाने की होगी।  कप्तान हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में टीम पिछले मैच में बल्लेबाजी विभाग में सुधरे प्रदर्शन को इस मैच में भी जारी रखना चाहेगी। एकदिवसीय श्रृंखला 2-1 से अपने नाम करने वाली भारतीय टीम तीन मैचों की टी20 श्रृंखला में लय बरकरार नहीं रख सकी और शुरूआती दो मैच गंवा कर श्रृंखला भी हार गयी। आईसीसी टी-20 विश्वकप के लिए टीम तैयार करने की बात ध्यान में रखते हुए भारत ने पहले दो मैचों में अनुभवी बल्लेबाज मिताली राज को मौका नहीं दिया। यह तो आने वाले समय में ही पता चल पायेगा कि टीम प्रबंधन को इस फैसले से फायदा होता है या नहीं, लेकिन पहले दो मैचों के नतीजे को देखें तो यह फैसला उत्साहजनक नहीं रहा। भारतीय टीम पहला मैच 23 रन और दूसरा मैच चार विकेट से हार गयी। शृंखला गंवाने के बाद हरमनप्रीत ने कहा था, ‘‘ हम टीम तैयार कर रहे हैं। आज भले ही दिक्कतें हैं लेकिन भविष्य में हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे जब इन खिलाड़ियों को अनुभव हो जायेगा। इन दोनों मैचों में भारतीय टीम 140 रन के आंकड़े तक भी नहीं पहुंच सकी जिसे न्यूजीलैंड जैसी शीर्ष टीम के खिलाफ कम स्कोर माना जाता है। टीम के साथ सबसे बड़ी समस्या मध्यक्रम के बल्लेबाजों का रन नहीं बनना है । स्मृति मंधाना और जेमिमा रोद्रिगेज पहले दो मैचों में टीम की शीर्ष स्कोरर रही। शृंखला के पहले मैच में पदार्पण करने वाली प्रिया पूनिया की बल्लेबाजी में अनुभव की कमी साफ दिखी लेकिन टीम को सबसे ज्यादा निराशा कप्तान हरमनप्रीत के खराब प्रदर्शन से हुई है। भारतीय कप्तान ने श्रृंखला के पहले दो मैचों में क्रमश: 17 और पांच रन की पारी खेली। उनकी खराब बल्लेबाजी का एक कारण एकदिवसीय श्रृंखला के दौरान बल्ले से ज्यादा मौका नहीं मिलना भी है।  उन्होंने कहा,‘‘ हमने श्रृंखला भले ही नहीं जीती लेकिन बहुत कुछ सीखा। हमारे पास युवा टीम है और बहुत कम खिलाड़ी 30 से अधिक मैच खेले हैं। अधिकांश खिलाड़ियों ने दस से कम टी20 खेले हैं लिहाजा हमने काफी कुछ सीखा।’’ टीम के लिए दीप्ति शर्मा की भूमिका का निर्धारण भी बड़ी समस्या रही है। ऑफ स्पिनर के तौर पर वह राधा यादव की तरह रन रोकने में असफल रही हैं। वह लेग स्पिनर पूनम यादव की तरह आक्रामक गेंदबाजी भी नहीं कर पा रही है।  बांये हाथ की बल्लेबाज के तौर पर वह अंतिम ओवरों में बड़े शॉट खेलने में भी नाकाम रही हैं। एकदिवसीय श्रृंखला के पहले दो मैचों को गंवाने के बाद वाइट फर्न्स (न्यूजीलैंड महिला क्रिकेट टीम) लगातार तीन मैच जीतने में सफल रही। तीसरे एकदिवसीय में 57 रन बनाने वाली अनुभवी सुजी बेट््स ने दूसरे टी20 में मैच जीतने वाली 62 रन की पारी खेली।