मीरवाइज, अन्य के खिलाफ आतंकी वित्तपोषण मामले में पर्याप्त सबूत : एनआईए

नई दिल्ली, 18 मार्च (एजैंसी) : लश्कर-ए-तैयबा, जमात-उद-दावा, हिजबुल मुजाहिदीन और अन्य आतंकवादी संगठनों के लेटरहेड उन विभिन्न महत्वपूर्ण सबूतों में शामिल हैं, जिन्हें राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) मीरवाइज उमर फारूक सहित शीर्ष अलगाववादी नेताओं के खिलाफ आतंकी वित्तपोषण मामले में कार्रवाई करने के लिए पर्याप्त बता रही है। एनआईए के जांचकर्ताओं ने इन लेटरहेड्स की छानबीन की है, जो पिछले महीने श्रीनगर में सात विभिन्न स्थानों पर मारे गए छापों में बरामद हुए थे। जांच से जुड़े एनआईए के एक अधिकारी ने कहा कि अवामी एक्शन कमेटी के अध्यक्ष, फारूक और छह से अधिक शीर्ष अलगाववादी नेता आतंकी वित्तपोषण मामले में जल्द ही कार्रवाई का सामना कर सकते हैं। एजेंसी ने यह मामला मई 2017 में दर्ज किया था। अधिकारी ने हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया कि इन अलगाववादी नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी, या उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। उसने सिर्फ इतना कहा कि जून से पहले कुछ बड़ा होने वाला है। उन अलगाववादी नेताओं के नाम पूछे जाने पर अधिकारी ने नाम न ज़ाहिर करने की शर्त पर कहा कि जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के अध्यक्ष यासीन मलिक और सैयद अली शाह गिलानी के पुत्र नसीम गिलानी एनआईए की सूची में हैं।