अत्यधिक सतर्कता की आवश्यकता

लुधियाना ज़िला कचहरी में हुये बम विस्फोट ने एक बार फिर पंजाब को चिन्ता में डाल दिया है। इसे कई पक्षों से एक चेतावनी भी कहा जा सकता है। बाहरी देशों में अभी भी वे तत्व मौजूद हैं जिनके इरादे प्रदेश एवं देश के लिए अच्छे नहीं हैं। अभी इस विस्फोट के लिए किसी भी व्यक्ति अथवा संगठन ने ज़िम्मेदारी नहीं ली। इसीलिए इसके पीछे छिपे षड्यंत्रों का अनुमान ही लगाया जा सकता है। यह बात निश्चित है कि पाकिस्तान भारत के प्रति अपने इरादों से बाज नहीं आ सकता। विगत लम्बी अवधि से वह देश के विरुद्ध परोक्ष युद्ध लड़ता आ रहा है। उसने भारत के विरुद्ध सभी प्रकार के आतंकवादी संगठनों को खड़ा कर रखा है। उसका पहला निशाना तो कश्मीर रहा है परन्तु सीमांत राज्य पंजाब को भी उसने अपने निशाने पर रखा हुआ है। वहां बैठे देश एवं पंजाब विरोधी तत्वों को वह कोई न कोई योजना बनाने के लिए प्रेरित करता एवं सभी तरह की सहायता भी करते आया है। 
प्रदेश में सीमा पार से ड्रोनों का आना आम बात बनती जा रही है। वहीं टिफिन बमों का प्रवेश भी एक चुनौती बना हुआ है जिसके लिए केन्द्र एवं प्रदेश सरकार को इस पक्ष से हर समय अधिक सतर्क होने की आवश्यकता होगी तथा यह भी कि जब भी ऐसी ताकतों का दांव चलता है, तभी वे अपनी कार्रवाइयों को अंजाम देने का यत्न करती रहती हैं। इसीलिए समय-समय पर ऐसी चिन्ताजनक एवं पीड़ादायक घटनाएं घटित होती रहती हैं। विगत शताब्दी के 8वें दशक में पंजाब में आरम्भ हुये हिंसा एवं अराजकता के दौर में सरकारी और ़गैर-सरकारी हिंसा ने हज़ारों लोगों की जान ले ली थी। वर्ष 1995 में मुख्यमंत्री स. बेअंत सिंह भी शुरू हुई इस क्रिया-प्रतिक्रिया का शिकार हुये थे। वर्ष 2006 में जालन्धर बम अड्डे पर विस्फोट हुआ जिसमें तीन लोग मारे गये थे तथा लगभग एक दर्जन घायल हुये। इसी प्रकार वर्ष 2005 में पंजाब से सम्बद्ध नई दिल्ली में चल रही एक फिल्म के दौरान दो सिनेमाघरों में बम विस्फोट हुये थे तथा वर्ष 2007 में लुधियाना के ही शृंगार सिनेमा में बम विस्फोट में 6 लोग मारे गये थे तथा लगभग तीन दर्जन घायल हुये थे। 
पठानकोट सैनिक हवाई अड्डे पर भी आतंकवादियों का हमला यह दर्शाता था कि इन संगठनों ने पंजाब को भी अपने निशाने पर रखा हुआ है। इसके अतिरिक्त विगत समय में कुछ लोगों को चुन-चुन कर भी मारा गया था। एक अन्य अतीव गम्भीर बात भी सामने आई है कि ज़िला गुरदासपुर में इसी महीने 4 हथगोले एवं टिफिन बम बरामद किये गये थे। प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार पाकिस्तान इस बार पंजाब के माध्यम से पुन: भारत के विरुद्ध एक बड़ा षड्यंत्र रचने की फिराक में है। समय-समय पर पुलिस की ओर से भारी हथियारों एवं हथगोलों की खेप भी बरामद की जाती रही हैं। यदि पड़ोसी अपने इरादों से टलने वाला नहीं है तो पंजाब में सभी तरह की सतर्कता को बढ़ाया जाना अत्याधिक आवश्यक है। इसके साथ-साथ प्रदेश एवं बाहर विचरण कर रहे राष्ट्र-विरोधी तत्वों की पहचान के लिए सरकारी तंत्र को भी दृढ़ योजनाबंदी करने की आवश्यकता होगी।
—बरजिन्दर सिंह हमदर्द