आईसीसी टी-20 विश्व कप में कौन बनेगा सरताज ?

अब चूंकि क्रिकेट का प्रवेश ओलिंपिक में भी होने जा रहा है, इसलिए इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी की कोशिश है कि क्रिकेट को ग्लोबल किया जाये। इसलिए टी-20 विश्व कप के 9वें सत्र की मेज़बानी अमरीका व वेस्टइंडीज को दी गई है। डलास में 1 जून, 2024 को जब अमरीका बनाम कनाडा का मैच खेला गया तो आधिकारिक रूप से क्रिकेट ने उन क्षेत्रों में प्रवेश कर लिया, जो बास्केटबॉल, बेस बॉल, फुटबॉल आदि के लिए अधिक जाने जाते हैं। इस विश्व कप के 16 मैच अमरीका में खेले जायेंगे, शेष की मेज़बानी वेस्टइंडीज करेगा, जिसने इंग्लैंड की तरह टी-20 विश्व कप रिकॉर्ड दो बार जीता है।
हालांकि इस विश्व कप में पीएनजी जैसी कुछ नई टीमें भी हिस्सा ले रही हैं, लेकिन कप की मुख्य दावेदारी वही पुरानी जानी पहचानी टीमें ही हैं। हाल ही में जब आईपीएल चल रहा था तो क्रिकेट विशेषज्ञ इस संभावना की भी भविष्यवाणी कर रहे थे कि टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में कौन-कौन सी टीमें पहुंच सकती हैं। सभी ने अपनी सूची में भारत को आवश्यक रूप से शामिल किया। रोहित शर्मा के नेतृत्व वाली टीम में संतुलन है- शानदार तकनीशियन हैं, अच्छे पॉवर हिटर हैं, टॉप स्पिनर्स हैं और अद्वितीय जसप्रीत बुमराह हैं। भारत एक ऐसी टीम है, जो हर स्थिति में अच्छी है और अगर सभी खिलाड़ी लय में आ जाते हैं, तो यह टीम अंतिम चार में अवश्य दिखायी देगी।
इसी तरह ऑस्ट्रेलिया एक ऐसी टीम है जो आत्मविश्वास से भरी हुई है। क्रिकेट में उसने हर ट्राफी को जीता है और उसकी वर्तमान टीम में भी वैरायटी की कमी नहीं है। ऑस्ट्रेलियाई जहां बल्ले से विस्फोटक हैं, वहीं गेंद में भी उनके पास मिशेल स्टार्क, जोश हेज़लवुड व एडम जम्पा जैसे खिलाड़ी हैं, जो अवसर की मांग के अनुसार प्रदर्शन करने की क्षमता रखते हैं। चूंकि इस टीम को साबित करने के लिए कुछ शेष नहीं है, इसलिए यह अधिक खतरनाक बन सकती है। सेमीफाइनल के अन्य दावेदारों में दक्षिण अफ्रीका भी है, जो इस समय एक बार फिर नस्लवाद के मुद्दे में फंसी हुई है। दक्षिण अफ्रीका ने सीमित ओवरों की मज़बूत टीम विकसित कर ली है, जिसमें पॉवर-हिटर भी हैं और अच्छे गेंदबाज़ भी। हेनरिच क्लासेन, डेविड मिलर, ट्रिस्टन स्टबब्स विस्फोटक बैटर्स हैं और पल में खेल को अपने पक्ष में पलटने की क्षमता रखते हैं। निर्णायक अवसरों पर इस टीम का चोक करने का इतिहास है, लेकिन सेमीफाइनल तक यह मज़बूती से पहुंचने का दम रखती है।
इंग्लैंड इस बात से दुखी है कि अच्छी टीम होने के बावजूद वह ओडीआई विश्व कप 2023 में अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन न कर सकी, इसलिए वह टी-20 विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन करने की कमर कसे हुए है। यही कारण था कि कप्तान जोस बटलर ने आईपीएल प्लेऑफ से पहले अपने सभी खिलाड़ियों को वापस बुला लिया। इंग्लैंड की टीम में अनुभव व युवाओं का अच्छा मिश्रण है। बिग-हिटर हैं और अच्छे वाइट बॉल गेंदबाज़ हैं, जो बड़े मंच पर प्रदर्शन की कला जानते हैं। अगर जोप्रा आर्चर अपने टॉप फॉर्म में आ जाते हैं तो इंग्लैंड सेमीफाइनल में निश्चितरूप से पहुंच जायेगा। बड़ी प्रतियोगिताओं में अक्सर यह भी देखा गया है कि कोई डार्क हॉर्स भी बाज़ी मार लेता है। 1983 में किसने सोचा था कि कपिल देव के लड़के कप उठा लेंगे। इस टी-20 विश्व कप में दो डार्क हॉर्स हैं- वेस्टइंडीज और पाकिस्तान। 
इन दोनों टीमों में व्यक्तिगत प्रतिभाओं का अम्बार है। जिस दिन ये टीमें, टीम के रूप में खेलती हैं, तो इनसे बेहतर कोई नहीं और जब बिखरती हैं, तो इनसे खराब कोई नहीं। इस अनिश्चितता के कारण इनसे हर कोई डरता है। वैसे यह भी इतिहास है कि आज तक किसी मेज़बान देश ने टी-20 विश्व कप नहीं जीता है। अगर व्यक्तिगत प्रदर्शन की बात करें तो कुछ खिलाड़ी हैं जिन पर सभी की निगाहें लगी हुई हैं कि वह हिट होते हैं या फ्लॉप। इस संदर्भ में सभी का ज़िक्र करना संभव नहीं है, लेकिन अगर पांच खिलाड़ियों का चयन किया जाये तो उनमें विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह, हेनरिच क्लासेन, ट्रेविस हेड व आंद्रे रसल का नाम लिया जा सकता है। कोहली पर सबकी निगाहें इस खास वजह से भी हैं कि इस मॉडर्न मास्टर ने आईपीएल में दिखाया कि वह 15 मैचों में लगातार 155 का स्ट्राइक रेट रखने में सक्षम हैं। उन्होंने स्लॉग स्वीप विकसित किया है, जबकि इस शॉट को वह पहले नहीं खेलते थे। इससे वह स्पिनर्स के समक्ष अधिक मज़बूत हो जाते हैं। अगर कोहली का फॉर्म बरकरार रहता है, तो भारत बुलंदियों की उम्मीद कर सकता है। 
बुमराह सभी फॉर्मेट्स में विश्व के श्रेष्ठ गेंदबाज़ हैं। आईपीएल में मुंबई इंडियंस का प्रदर्शन लचर रहा, फिर भी बुमराह ने 6.5 की इकॉनमी से 20 विकेट लेकर अपनी क्लास की छाप छोड़ी। वह तब भी अच्छा प्रदर्शन करते हैं जब पिच मदद न कर रही हो और दूसरे छोर से अन्य गेंदबाज़ साथ न दे रहे हों। वाइट बॉल क्रिकेट के क्लासेन इस समय सर्वश्रेष्ठ बैटर हैं। वह स्पिनर्स को नष्ट कर देते हैं, जोकि दक्षिण अफ्रीका के बैटर्स के लिए दुर्लभ है। वह तेज़ गेंदबाज़ी के विरुद्ध भी उतने ही प्रभावी हैं और सही समय पर गेम की गति बढ़ाने का दम रखते हैं। ट्रेविस हेड ने अकेले दम ऑस्ट्रेलिया को दो फाइनल जिताये हैं- विश्व टेस्ट चैंपियनशिप और ओडीआई विश्व कप। वह निडर हैं और टॉप पर 191.5 के हैरतअंगेज स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी करते हैं। हेड एक ऐसा तोता हैं, जिसमें ऑस्ट्रेलिया की जान है। रसल के हरफनमौला खेल से ही इस बार कोलकाता आईपीएल चैंपियन बनी। उन्होंने 185 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी की और मुश्किल ओवर डालते हुए 19 विकेट भी लिए। उन्हें भी बड़े मंच पर अच्छा प्रदर्शन करने का अनुभव है। -इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर