ब्लैक सी को, ‘ब्लैक सी’ क्यों कहते हैं ?

‘दीदी, ब्लैक सी या काला सागर कहां पर है?’
ब्लैक सी वास्तव में एक विशाल झील है यानी हर तरफ से ज़मीन से घिरी हुई है। यह दक्षिणपूर्वी यूरोप और पश्चिमी एशिया के बीच स्थित है और इसकी सीमा से छह देश लगते हैं।’
‘कौन कौन से?’
‘यूक्रेन, रूस, जॉर्जिया, तुर्की, बुल्गारिया और रोमानिया। भौतिक दृष्टि से यह संसार का सबसे बड़ा मेरोमिक्टिक बेसिन होने के नाते विशिष्ट है।’ 
‘मेरोमिक्टिक का क्या मतलब है?’
‘अर्थ यह है कि इसका गहरा पानी अनोक्सिक है यानी उसमें ऑक्सीजन का अभाव है और उसका गहरा पानी ऊपरी परत में मिश्रित नहीं होता है।’ 
‘अगर पानी में ऑक्सीजन न हो तो उसका समुद्री जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है?’
‘ऑक्सीजन न होने की वजह से ‘डेड ज़ोन’ बन जाता है जिसमें 150 मी के नीचे कोई समुद्री जीवन जीवित नहीं रहता है।’ 
‘तो इसलिए ब्लैक सी को ब्लैक सी कहते हैं?’
‘नहीं। मुख्य रूप से ब्लैक सी को ब्लैक सी जाड़ों में उसके तीव्र तूफानों की वजह से कहते हैं, जिससे वह काली और खतरनाक प्रतीत होती है। इसके अतिरिक्त प्राचीन तुर्की नाविक उत्तर (जहां यह सागर स्थित है) को अपने कलर-कोडेड दिशा व्यवस्था में ‘ब्लैक’ से प्रदर्शित करते थे।’ 
‘वैसे ब्लैक सी कब बनी होगी?’
‘भू-वैज्ञानिकों का मानना है कि ब्लैक सी लगभग 7,500 साल पहले बनी जब मेडिटरेनीयन के पानियों में उफान आया और पानी बोसफोरस स्ट्रेट को पार कर गया। इस समुद्री पानी ने एक ताज़ा पानी की झील में बाढ़ ला दी। इस घटना को अक्सर बाइबिल में दर्ज पैगम्बर नूह के समय आयी जल प्रलय से जोड़ा जाता है।’ 
‘अच्छा!’
‘ब्लैक सी की कुछ अन्य खास बातें भी हैं। इसके गहरे पानियों में चूंकि ऑक्सीजन नहीं है इसलिए लकड़ी उसमें गलती नहीं है, 2,000 साल पुराने टूटे हुए जहाजों की लकड़ी भी सुरक्षित है। इस सागर में लहरें नहीं उठती हैं, पानी तालाब की तरह शांत रहता है। नीचे का खारा पानी और ऊपर का ताज़ा पानी आपस में मिलते नहीं हैं, जैसे दो अलग सागर हों।’
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर 

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