श्रमिकों की कमी के चलते उद्योगपतियों को कारखाने लगाने हुए मुश्किल

लुधियाना, 9 मई (पुनीत बावा): मज़दूरों की कमी होने के कारण पंजाब के उद्योगपतियों को अपने कारखाने लगाने मुश्किल हो गए हैं और उनको पहले बुक किए आर्डर भुगताने हेतु काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। प्राप्त जानकारी अनुसार पंजाब विशेषकर पंजाब की औद्योगिक राजधानी लुधियाना के उद्योगपति प्रवासी श्रमिकों के सहारे अपने कारखानों में उत्पादन कर रहे हैं, परन्तु गेहूं की कटाई हेतु 70 प्रतिशत मज़दूर छुट्टियां लेकर अपने राज्यों को लौट गए हैं, जिस कारण पंजाब के अधिकतर कारखानों की चिमनियों का धुआं धीमा पड़ गया है। मज़दूरों को अपने राज्यों में गेहूं की कटाई करने के जहां पैसे मिलते हैं, वहीं उनके पूरे वर्ष के लिए खाने हेतु गेहूं भी मिलती है। मज़दूरों के अपने राज्यों में जाने का बड़ा कारण यह भी है कि उनको अपने घर बनाने हेतु प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पैसे मिल रहे हैं, जिससे प्रवासी श्रमिक अपने घर बना रहे हैं। चैम्बर ऑफ इंडस्ट्रियल एवं कमर्शियल अंडरटेकिंग्स (सीसू) के प्रधान उपकार सिंह आहुजा एवं यूनाइटिड साइकिल एवं पार्ट्स मैन्युफैक्चरज़र् एसोसिएशन के प्रधान इन्द्रजीत सिंह नवयुग ने कहा कि उद्योगपतियों के पास आर्डर हैं परन्तु इस समय आर्डर भुगताने हेतु उनके पास मज़दूरों की भारी कमी है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को मनरेगा एवं अन्य योजनाएं पंजाब के हिसाब से बनानी चाहिएं।