रूरल हैल्थ डिस्पैंसरियों में चल रही दवाइयों की भारी कमी 

बमियाल, 17 जुलाई (राकेश शर्मा) : पंजाब के गांवों में लोगों को सेहत सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए पंजाब भर में चल रही 1186 रूरल डिस्पेंसिंग में पिछले एक साल से जरूरी दवाइयां उपलब्ध नहीं हो रही है। जिसके चलते गांव के लोगों को अपनी सेहत संबंधी भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव में चल रही रूरल डिस्पेंसरियों में रोज लगभग 50 से 60 मरीजों की ओपीडी है। जिसमें ज्यादातर लोग ब्लड प्रेशर, शुगर, अलर्जी तथा बुखार जुकाम के इलाज के लिए लगातार आते हैं परन्तु इन डिस्पेंसरीयो में इस संबंधी दवाइयां उपलब्ध न होने के कारण  ओपीडी 15 से 20 मरीज रह गई है। विचारयोग्य  है कि इन  डिप्रंसरीयो में दवाइयां उपलब्ध न होने के कारण लोगों को मजबूरन कम्मुनिटी हेल्थ केंद्रों यां झोलाछाप डॉक्टरों के पास इलाज के लिए जाना पड़ रहा है। दरअसल सेहत विभाग की तरफ से खोले गए कम्मुनिटी हेल्थ केंद्र इन गांव से 10 से 15 किलोमीटर की दूरी पर पड़ते हैं। जहां पर बुजुर्गों तथा बच्चों का जाना मुश्किल हो रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले 1 साल से दवाइयों की कमी चल रही है। सन 2018 में सिर्फ दो बार दवाइयों की सप्लाई दी गई है। जिसमें आखरी बार दी गई सप्लाई में 50 दवाइयों की मांग के बावजूद सिर्फ 12 दवाइयां उपलब्ध करवाई गई थी। ब्लड प्रेशर व शुगर के मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस विषय पर एक आरएमओ ने नाम न शापने की शर्त पर बताया कि यह डिस्पेंसरीया पंचायती विभाग के अधीन हैं जिसके चलतद विभाग के अधिकारियों को दवाइयों सम्बन्धी  जानकारी नहीं है तथा हर बार विभाग अपनी मर्जी से दवाइयां भेजता है। जिस कारण जिन दवाइयों की लागत कम होती है वह दवाइयां डिस्पेंसरी में पड़ी रहती हैं तथा एक्सपायर हो जाती है तथा ज्यादा लागत वाली दवाइयां जल्दी खत्म हो जाती हैं। उन्होंने बताया कि ब्लड प्रेशर तथा शुगर के मरीजों को अधिक परेशानी झेलनी पड़ रही है। इस विषय पर डिपार्टमेंट पंचायत विभाग पंजाब के मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा से बात करने पर  उन्होंने कहा कि यह सही है कि पिछले एक  साल से डिस्पेंसरीयो में दवाइयों की कमी चल रही है।