मेहमाननवाज़ी करते समय रखें ध्यान

आधुनिक समय में खान-पान मेज कुर्सियों पर बैठकर किया और कराया जाता है। अतिथियों को भोजन जमीन पर, चटाई आदि पर खिलाने का तरीका अब पुराना हो गया है। कुछ वर्ष पूर्व तक तो भोजन आलती पालथी मारकर खाया जाता था।  समय के साथ भोजन खाने के तरीकों में भी बदलाव आया है। लोग भी टेबल मैनर्स के प्रति सचेत हुए हैं। मेहमानों के आने पर खाने की मेज पर मेहमानों की मेहमाननवाजी कुछ इस प्रकार करें तो मेहमान भी आपको याद रखेंगे।
*  खाने के मेज को साफ सुथरा रखें। उस पर आकर्षक मेजपोश बिछाएं।
*  मेज  के आसपास की सफाई पर भी ध्यान दें।
 * मेज को आकर्षक बनाने के लिए ताजे फल या नकली फूलों से बना छोटा सा गुलदान रखें। एक ओर नमकदानी और अचार आकर्षक  स्टैंड में रखें। 
* मेहमान के खाना खाने से पहले ही टेबल ले आऊट करें।
* क्राकरी रखते समय इस बात का ध्यान दें कि सारी क्रॉकरी एक ही तरह की हो। स्टील, कांच, बोन चाइना या नानब्रेकेबल क्र ाकरी में से किसी एक का ही प्रयोग करें।
* मेज पर पानी कभी भी बोतल में न रखें। कांच के जग इसके लिए बेहतर हैं।
* भोजन के लिए पर्याप्त चम्मच रखें। यदि सूप दे रहे हैं तो सूप के चम्मच साथ रखें।
*भोजन में छुरी-कांटे से खाने के लिए कुछ है तो छुरी कांटे को रखना न भूलें।
* सभी लोगों के बीच खाना हाथों से न खायें, न ही उंगलियां चाटें। 
* खाना खत्म होने पर हाथ प्लेट में न धोएं। वाश बेसिन पर हाथ धुलवायें और साफ हैंड टावल वाश बेसिन के साथ लटका दें। ये छोटी-छोटी बातें आपकी शिष्टता की परिचायक हैं। 

 -नीतू गुप्ता