शाहीन बाग से प्रदर्शनकारियों ने हटने से किया इंकार


नई दिल्ली, 19 फरवरी (वार्ता) : नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ शाहीन बाग में पिछले दो माह से अधिक समय से जारी विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बुधवार को फिलहाल कालिंदी कुंज सड़क से हटने से इन्कार किया है। शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों से मुलाकात के बाद वार्ताकार वरिष्ठ वकील साधना रामचंद्रन ने कहा कि हमने आज यहां माताओं, बहनों और नागरिकों से पहली मुलाकात की। बहुत अच्छा लगा। बात तो पूरी हो नहीं पाई, बातचीत की आज शुरूआत ही हुई है। वह चाहते हैं कि हम कल दोबारा आए, हम कल दोबारा आएंगे। उच्चतम न्यायालय की ओर से नियुक्त वार्ताकार वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत के शुरुआत में यह स्पष्ट किया कि वह इस मामले में कोई फैसला सुनाने यहां नहीं पहुंचे हैं बल्कि बातचीत के ज़रिये मामले को सामान्य करने का प्रयास कर रहे हैं। इससे पहले जब वार्ताकारों ने प्रदर्शनकारियों से पूछा कि रास्ता कैसे खुलेगा, तो प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब तक सीएए वापस नहीं लिया जाता है, तब तक हम एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे, फिर चाहे कोई हम पर गोलियां ही क्यों न बरसाए। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उन पर देशद्रोही होने का आरोप लगाया जा रहा है। कुछ लोग उनको गोली मारना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह देशद्रोही नहीं हैं, बल्कि देशभक्त हैं। हमने देश को आजाद कराने में अंग्रेजों से लोहा लिया है। प्रदर्शन में शामिल सबसे बुजुर्ग तीन दादियों ने कहा कि संविधान हम सबका है और उसकी रक्षा करना हमारी ज़िम्मेदारी है। संविधान की रक्षा के लिए ही दो महीने से सड़क पर संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा प्रदर्शन मात्र 150 मीटर सड़क पर चल रहा है बाकी सड़क को तीन जगहों से पुलिस ने रोककर आवागमन अवरुद्ध कर रखा है। पहले पुलिस वाले तीन जगह से सड़क खोले तो आवागमन सुचारू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जहां तक सड़क से हटने का सवाल है तो जब तक सीएए वापस नहीं होगा हम एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे।