बादल परिवार तक सीमित रही मनप्रीत सिंह बादल की माता नमित्त अंतिम अरदास

मंडी किलियांवाली, 23 मार्च (अ.स.): कोरोना की महामारी करके लोकपक्षीय निर्णय के तहत पूर्व सांसद गुरदास सिंह बादल की पत्नी और वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल की माता हरमिन्द्र कौर बादल निमित्त अंतिम अरदास केवल पारिवारिक सदस्यों तक सीमित रही। इस अवसर पर अंतिम अरदास में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह, गुरदास सिंह बादल सहित बादल खानदान के प्रमुख सदस्य ही शामिल हुए। इस अवसर पर मनप्रीत बादल की बादल गांव वाले आवास पर श्री अखंड पाठ साहिब के भोग डाले गए। भोग के पश्चात माता हरमिन्द्र कौर को श्रद्धांजलि भेंट करते मनप्रीत सिंह बादल ने कहा कि उनकी माता बड़े प्रसिद्द घर की बेटी एवं पुत्रवधू थे। वित्त मंत्री ने दिवंगत माता के संस्कारों को हलीमी, गरीबी एवं धार्मिक जज्बे वाले बताते हुए आशा की। उनके संस्कार परिवार अगली पीढ़ी में दिखाए दें। वर्णनीय है कि मनप्रीत सिंह बादल ने माता की परछाई की ठंडी हवाओं को हमेशा परिवार को सिर पर रखने के उद्देश्य से आवास के पास खेतों में उनकी अस्थियां दफनाकर वहां एक पौधा लगाया है। विगत वित्त मंत्री ने माता के भोग पर कोरोना के कारण आम लोगों एवं सगे संबंधियों को कोरोना खतरे के कारण इकट्ठ करने से गुरेज करते अफसोस सोशल मीडिया के जरिए करने की अपील की थी। पंजाब की राजनीति में स्थापित इस परिवार द्वारा अस्थियों को धार्मिक दरियाओं में बहाने की बजाये रुख जरिए मां को घर के प्रांगण में परछाई के रूप में रखने की भरपूर प्रशंसा हो रही है, वहीं आम लोग कोरोना हालातों के कारण अंतिम अरदास को केवल परिवार तक सीमित होने को नई अच्छी और कम खर्चीली लागत बता रहे हैं। वर्णनीय है कि कोरोना के कारण कई अन्य स्थानों पर अंतिम अरदासें केवल परिवारों तक सीमित होने की बात सुनने को मिल रही है।