दही खाइये कोलेस्ट्राल घटाइये

दूध से जमकर बनने वाले पदार्थ को दही कहा जाता है। आयुर्वेद के अनुसार दही पंचामृतों (दूध, दही, घी, मक्खन एवं शहद) में से एक अमृत है। आयुर्वेदानुसार गाय के दूध से बने दही का स्वाद स्वादिष्ट, लघु, उष्णवीर्य, अग्नि दीपक, मधुर तथा पाचक है। इसे त्रिदोष नाशक भी माना जाता है। दूध की चिकनाई ‘कोलेस्ट्रोल‘ को बढ़ाती है। इसी कारण हृदय के रोगियों के लिए इसका सेवन अहितकर माना जाता है। ‘कोलेस्ट्रोल‘ हृदय की ओर जाने वाली कोशिकाओं को अवरूद्ध करता है। यही कारण है कि हृदय रोगियों को दूध का प्रयोग न करने की सलाह दी जाती है। दूध से बना हुआ दही एक ऐसा गुणकारी पदार्थ है जिसका सेवन हृदय रोगियों के लिए हितकर माना जाता है क्योंकि इसमें एक ऐसा पदार्थ मौजूद होता है जो कोलेस्ट्रोल को कम करके हृदय की ओर जाने वाली शिराओं को अवरूद्ध होने से बचाता है। इस प्रकार दही दिल के दौरे को रोकता है। दही रक्त की चर्बी अर्थात् कोलेस्ट्रोल को घटाता है।  दही प्रतिदिन खिलाने  शरीर में कोलेस्ट्रोल कम होता जा रहा है। दही के संबंध में शोध करने वाले  वैज्ञानिक  ने पाया कि दही का बैक्टीरिया एक ऐसे पदार्थ की रचना करता है जो लिवर (यकृत या जिगर) में कोलेस्ट्रोल का बनना रोक देता है। फलस्वरूप दही के सेवन से शरीर में कोलेस्ट्रोल की रचना में गिरावट आ जाती है।
यही ठीक है कि हृदयरोगों में तथा रक्तचाप बढ़ जाने पर दही के सेवन द्वारा रक्त में मौजूद कोलेस्ट्रोल की मात्रा को कम किया जा सकता है लेकिन इसके लिए कितना दही खाने से कितना कोलेस्ट्रोल कम होगा, इस तथ्य को निश्चित करने के लिए अभी शोध जारी है।
दही से संबंधित कुछ खास तथ्य:-
* दही की तासीर ठंडी होती है इसलिए अधिक मात्रा में इसके सेवन से सर्दी जुकाम की आशंका हो सकती है। साथ-साथ इस बात का भी ध्यान रखना आवश्यक है कि दही का सेवन दिन में ही किया जाय, रात में नहीं। 
* दही को तांबे, पीतल, कांसे और एल्युमीनियम के बर्तनों में नहीं रखना चाहिए और न ही इन धातुओं के बर्तनों में दही को खाना ही चाहिए क्योंकि इनमें दही जहरीला हो जाता है। दही का उपयोग हमेशा मिट्टी, कांच, स्टील के बर्तनों में ही करना चाहिए। 
* दमा और फाइलेरिया के रोगियों के छोड़कर स्त्री-पुरूष, बच्चे-बूढ़े सभी दही का सेवन कर सकते हैं। दही तभी पर्याप्त लाभदायक होता है जब उसके सभी पोषक तत्व उसमें मौजूद हों। हमेशा ताजे दही का ही उपयोग करना चाहिए क्योंकि उसी में सभी पोषक तत्व रहते हैं। बहुत देर तक फ्रिज में रखे दही तथा खट्टे दही में पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। (स्वास्थ्य दर्पण)