ऑस्ट्रेलिया की खोज किसने की

‘दीदी, संसार का सबसे बड़ा द्वीप कौन सा है?’
‘ऑस्ट्रेलिया विश्व का सबसे छोटा महाद्वीप (कॉन्टिनेंट) है, लेकिन जब सबसे बड़े द्वीप की बात आती है तो वह ही सबसे बड़ा द्वीप है। ऑस्ट्रेलिया का कुल क्षेत्रफल 76,87,000 वर्ग किमी है।’ 
‘यह बात कब मालूम हुई कि ऑस्ट्रेलिया सबसे बड़ा द्वीप है?’
‘एक दिलचस्प बात यह है कि मध्ययुग में भी ये कहानियां प्रचलित थीं कि दक्षिणी गोलार्ध में एक विशाल द्वीप है। लेकिन उसे किसी ने देखा नहीं था। लोग सोचते थे कि वह कैसा होगा और क्या कोई उसमें रहता भी है? वह उस द्वीप को ‘टेरा ऑस्ट्रालिस इनकोगनिशा’ कहते थे।’
‘इसका क्या अर्थ है?’
‘यह लैटिन भाषा में है और अर्थ है ‘अंजान दक्षिण भूमि’।’
‘तो फिर ऑस्ट्रेलिया को किसने खोजा?’
‘ऑस्ट्रेलिया कौन पहले गया, यह कहना तो कठिन है क्योंकि इंडोनेशिया के द्वीपों में से रहने वाले लोगों की वहां जाने की संभावना है। लेकिन जो रिकार्ड्स मिलते हैं, उसके अनुसार ऑस्ट्रेलिया जाने वाले पहले यूरोपियन डच थे। दक्षिण पूर्व एशिया में जावा डच कॉलोनी थी। जब वे लोग नीदरलैंड्स व जावा के बीच चक्कर लगाते थे तभी उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को खोजा।’
‘वह किस तरह से?’
‘जो पानी के जहाज़ या शिप नीदरलैंड्स से जावा जाया करते थे, वे अफ्रीका के दक्षिणी टिप केप ऑफ गुड होप से होते हुए फिर पश्चिमी हवाओं के साथ हिंद महासागर में सेल करते हुए जाते थे। अनेक जहाज पूर्व में बहुत दूर तक चले जाते थे और फिर उत्तर की ओर मुड़ते थे, जावा पहुंचने के लिए। ऐसे में कुछ जहाजों ने एक बार खुद को ऑस्ट्रेलिया के पश्चिम तट पर पाया। उन्होंने इसका नाम न्यू हॉलैंड रख दिया।’
‘तो वह ऑस्ट्रेलिया के सिर्फ पश्चिमी हिस्से तक गये।’
‘दरअसल, डच सरकार ने 1642 में कैप्टेन एबल तस्मान को यह खोजने के लिए भेजा कि इस महाद्वीप के पूर्व में क्या है? उन्होंने तस्मानिया नामक द्वीप खोजा और न्यूज़ीलैंड को भी खोजा। बाद में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी तट को भी एक्सप्लोर किया। 1770 में इंग्लिश कैप्टेन जेम्स कुक ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी तट को खोजा और उसका नाम न्यू साउथ वेल्स रखा। वह बॉटनी बे भी गये, जिसके निकट आज आधुनिक सिडनी है। 1788 में पहली इंग्लिश कॉलोनी स्थापित की गई, जो बाद में सिडनी शहर बनी।’ 

-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर