बनें चॉकलेट टेस्टर, बनाएं लाखों में एक करियर

‘चॉकलेट टेस्टर’, क्या कॅरियर के रूप में यह सुनकर आपको अटपटा लग रहा है? अगर ऐसा है तो जान लीजिए कि चॉकलेट टेस्टर दुनिया की कुछ गिनी चुनी बेहतरीन नौकरियों में से एक है। कुछ चॉकलेट कम्पनियां अपने टेस्टर को 25 से 50 लाख रुपये तक की सैलरी देने के अलावा और भी बहुत तरह की सुविधाएं देती हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह कितना प्रेस्टीजियस जॉब है। हां, इसमें बहुत ज्यादा नफासत और संवेदनशीलता की दरकार होती है। क्योंकि चॉकलेट के स्वाद में बारीक सा फर्क, कारोबार में अरबों का वारा न्यारा कर सकता है। अगर चॉकलेट की खुशबू ग्राहकों को पसंद आ गई और वे उसके दीवाने हो गये तो न तो कमाई की कोई सीमा है और न ही ऐसे टेस्टर और टेस्ट डेवलपर की वेतन की सीमा है। 
कोई कंफ्यूजन हो इससे पहले यह जान लीजिए कि चॉकलेट टेस्टर चॉकलेट को डेवलप नहीं करता बल्कि डेवलप की गई चॉकलेट को टेस्ट करके यह तय करता है कि उसका यह स्वाद ग्राहकों को पसंद आयेगा या नहीं। चॉकलेट टेस्टर के तौर पर आपको कन्फेक्शनरी इंडस्ट्री, बड़े-बड़े मशहूर सितारा होटल, ओवर आल हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री, क्रूज, सवारियों वाले पानी के जहाज, रिजॉर्ट्स और कसीनोज में बतौर डेजर्ट एक्सपर्ट के रूप में भी आप काम कर सकते हैं। सैलरी के लिहाज से यह बहुत हाई पेड जॉब है। आज जबकि ग्लोबलाइजेशन के दौर में नौकरियों की भी बॉउंड्री नहीं है, उसके कारण एक अच्छे चॉकलेट टेस्टर के लिए पूरी दुनिया में शानदार संभावनाओं के दरवाजे खुले हुए हैं।
एक चॉकलेट टेस्टर को चॉकलेट की परख और उसकी खुशबू तथा ऐरोमा को देखकर यह तय करना होता है कि वह ग्राहकों को कितना पसंद आयेगी। हालांकि चॉकलेट बार के स्वाद को प्रभावित करने वाली कई चीजें होती हैं, इसलिए बहुत सावधानीपूर्वक तय करना होता है कि वास्तव में कारोबारी लिहाज से क्या विशेष स्वाद बाज़ार को आकर्षित करेगा। इसलिए चॉकलेट चेस्टर को न सिर्फ चॉकलेट की दुनिया की समूची जानकारी होती है बल्कि वह इस दुनिया में ही जीता, मरता है। यहां तक कि कच्ची सामग्री से बनी चॉकलेट को प्लेट में सजाने तक के स्तर को वह बहुत अच्छी तरह से समझता है, तब कहीं जाकर उसमें इसकी नफासत आती है, वह बन रही चॉकलेट की खुशबू से पता लगा लेता कि उसकी चॉकलेट बाज़ार में कहर ढायेगी या उसे ग्राहक ढूंढ़े नहीं मिलेंगे। चॉकलेट टेस्टर, बन रही चॉकलेट की एक बाइट लेता है और उसे कुछ सैकेंड तक अपने मुंह में रखकर चबाता है। इसी से उसे अंदाजा लगता है कि चॉकलेट परफेक्ट हो गई या कुछ और करना है।
आज के दौर में किसी चॉकलेट टेस्टर की सबसे बड़ी खूबी यह है कि वह ऐसी चॉकलेट डेवलप कराने में मदद करे, जो जुबान में रखते ही आहिस्ता आहिस्ता घुले और जन्नत का स्वाद दे। यह सुनने में बहुत आसान लग सकता है, लेकिन आसान काम होता नहीं है। क्योंकि चॉकलेट बहुत मीठा होता है और अति मीठे होने पर उसमें जो कॉफी का कड़वापन मिलाया जाता है, दरअसल वह उसकी वही क्वालिटी होती है, जो आपको या तो दीवाना बना लेती है या तो नाक भौंह सिकोड़ने के लिए मज़बूर कर देती है। दुनिया में सैकड़ों ऐसे अवसर है, जो खासतौर पर चॉकलेट को ध्यान में रखकर बनाये गये हैं। जैसे विभिन्न तरह के डे- वैलेंटाइन डे, मदर्स डे, फादर्स डे, फ्रेंडशिप डे, रोज डे और हां, चॉकलेट डे भी। इसके अलावा पश्चिमी दुनिया के ज्यादातर त्योहारों मसलन क्रिसमस, ईस्टर आदि में मिठाई के रूप में चॉकलेट ही खाने का चलन है। डेटिंग आदि में भी लड़के लड़कियां एक-दूसरे को गिफ्ट के तौर पर सबसे ज्यादा चॉकलेट ही देते हैं। कहने का मतलब ये है कि पूरी दुनिया में चॉकलेट की खपत के एक से एक बहाने ढूंढ़े गये हैं। यही वजह है कि आज दुनिया में चॉकलेट किसी भी दूसरी मिठाई से कई गुना ज्यादा बिकती हैं।
चॉकलेट टेस्टर को चॉकलेटियर भी कहते हैं और माना जाता है कि उसमें सिर्फ जीभ के जरिये ही चॉकलेट के स्वाद को पहचानने की कुशलता नहीं होती बल्कि वह बनती हुई चॉकलेट के रंग को देखकर उसके जूस की थिकनेस या उसके टेक्सचर को देखकर भी अंदाजा लगा लेता है कि वह कितनी स्वादिष्ट होगी। चॉकलेटियर में जिन गुणों की आमतौर पर अपेक्षा की जाती है, वह कुकिंग स्किल तो है ही, उसमें किस तरह का धैर्य, पैशन, घंटों चॉकलेट बनाने की रचनात्मकता के डूबकर और स्वाद की काल्पनिक उड़ानों का एहसास करके भी वह अपने काम में खूबियां जोड़ता है। इन सबका भी उसकी सफलता और मिलने वाली सैलरी से रिश्ता होता है। एक अच्छा चॉकलेट टेस्टर अगर किसी की नौकरी न करना चाहे तो खुद का बिजनेस भी कर सकता है, क्योंकि उसे अच्छी चॉकलेट की जबरदस्त पहचान होती है, इसलिए वह बेहतरीन चॉकलेट स्टोर या चॉकलेट बार भी खोल सकता है। चॉकलेट टेस्टर सिर्फ बने हुए टेस्ट से ही निर्मित चॉकलेट का टेस्ट ही नहीं करता बल्कि चॉकलेट के नये टेस्ट भी विकसित करता है और पुराने टेस्टों में नये फ्लेवर जोड़कर उन्हें ताजगी भी देता है। कुल मिलाकर चॉकलेट टेस्टर, चॉकलेट की दुनिया का सम्पूर्ण एक्सपर्ट होता है। इसलिए प्रोफेशनल के रूप में वह कभी कम तनख्वाह की परेशानी नहीं भुगतता।
सवाल है चॉकलेट टेस्टर बन कौन सकता है? वही जिसकी इसके स्वाद में रूचि हो और भिन्न स्वादों की पहचान हो, यह भी समझ हो कि कौन सी चॉकलेट अच्छी होती है और कौन सी ज्यादा अच्छी नहीं होती। इस फील्ड में जाने के लिए किसी विशेष एकेडमिक साइड की ज़रूरत नहीं होती। साइंस पढ़ने वाला छात्र भी इस फील्ड में कॅरियर बना सकता है और गैर साइंस के क्षेत्र का छात्र भी इस फील्ड में जा सकता है बशर्ते उसमें योग्यता हो और वह 12वीं के बाद होटल मैनेजमेंट तथा फूड इंडस्ट्री के क्षेत्र की पढ़ाई के लिए होने वाले इंट्रेस टेस्ट को पास कर लें। भारत जैसे देश में किसी चॉकलेट टेस्टर का शुरुआती वेतन आराम से 40 से 50 हजार रुपये तक होता है और अधिकतम कितना हो सकता है, इसकी कोई सीमा नहीं है।  -इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर