एथलेटिक्स कैसे शुरु हुई?
‘दीदी, टीवी पर पेरिस ओलंपिक देखते हुए मैं यह सोच रहा था कि एथलेटिक्स की शुरुआत कैसे हुई?’
‘सवाल तो अच्छा है। बहरहाल, अगर हम बहुत पीछे जायें तो एथलेटिक्स की शुरुआत संभवत: धर्म के साथ हुई।’
‘वह कैसे?’
‘प्राचीन मानव अपने देवताओं की पूजा कुछ प्रकार के नृत्यों द्वारा करता था। इन नृत्यों में लड़ने व शिकार करने के एक्शंस हुआ करते थे। बाद में ये नृत्य केवल आनंद के लिए परफॉर्म किये जाने लगे और वह वास्तव में एथलेटिक्स का ही रूप थे।’
‘तो फिर ओलंपिक को यूनान से क्यों जोड़ते हैं?’
‘दरअसल, लगभग चार हज़ार साल पहले मिस्र में एथलेटिक स्पोर्ट्स का कुछ रूप अवश्य था, लेकिन जैसा कि हम आज एथलेटिक्स को जानते हैं, वह वास्तव में यूनान से शुरू हुआ। यूनानियों का पहला रिकार्डेड ओलंपिक गेम्स ईसा पूर्व 777 में आयोजित किये गये थे।’
‘क्या यूनानियों के लिए भी एथलेटिक्स आज जितनी महत्वपूर्ण थी?’
‘हां, आज हमारे जीवन में खेलों का बहुत महत्व है, लेकिन उसकी तुलना प्राचीन यूनान से नहीं की जा सकती। उनके लिए तो एथलेटिक्स का अत्यधिक महत्व था। हर लड़का जब स्कूल में होता था, तब ही उसे दौड़ने, कूदने व कुश्ती में ट्रेनिंग दी जाती थी। पुरुष जब अधेड़ उम्र को पार कर लेते थे तब भी उनसे उम्मीद की जाती थी कि वह एथलेटिक्स में अच्छे हों।’
‘वह किस वजह से?’
‘यूनानियों का आदर्श यह था कि स्वस्थ शरीर में ही तेज़ दिमाग हो सकता था। इसलिए वह उन पुरुषों को पसंद नहीं करते थे जो केवल एथलीट हों या जो केवल बुद्दिजीवी हों, लेकिन खेलों में हिस्सा न ले सकते हों।’
‘उन्हें पुरुष में दोनों गुण चाहिए थे।’
‘हां। लेकिन उनके पास प्रोफेशनल एथलीट्स भी थे, विशेषकर कुश्ती व मुक्केबाज़ी में।’
‘यूनान में तो एथलेटिक्स उत्सवों का आयोजन भी किया जाता होगा?’
‘हां और उनमें सबसे पुराने व सबसे महत्वपूर्ण थे ओलंपिक खेल। केवल शुद्ध यूनानी नस्ल के युवा पुरुष ही उनमें हिस्सा ले सकते थे और उनमें भी वे जो दस माह की ट्रेनिंग पूरी की हो। पहले इन खेलों में केवल दौड़ना व कूदना होता था, लेकिन बाद में कुश्ती, मुक्केबाज़ी, चकला फेंके, जेवलिन व रथ दौड़ भी शामिल हो गईं।’
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर