मस्तिष्क पक्षाघात क्या है ?
‘दीदी, मेरा एक क्लासमेट बता रहा था कि उसके बड़े भाई को सेरिब्रल पाल्सी हो गई है। मैं समझ ही नहीं पाया कि उसके भाई को कौन सी बीमारी हो गई है।’
‘सेरिब्रल पाल्सी को हिंदी में मस्तिष्क पक्षाघात कहते हैं। यह वह स्थिति होती है जिसमें रोगी को अपनी मांसपेशियों के मूवमेंट पर बहुत थोड़ा या बिल्कुल भी नियंत्रण नहीं रहता।’
‘यह हो कैसे जाती है?’
‘हमारे ब्रेन या मस्तिष्क में तीन मुख्य क्षेत्र होते हैं, जिनमें से एक मांसपेशियों की गतिविधि को नियंत्रित करता है। जब इस हिस्से की क्षति हो जाती है तो मस्तिष्क पक्षाघात हो जाता है।’
‘ब्रेन का कौन सा हिस्सा मांसपेशियों को नियंत्रित करता है?’
‘मोटर कोर्टेक्स। यह वह जगह है जहां सारी मूवमेंट्स की योजना बनती है और नियंत्रण आरंभ होता है। जब इस हिस्से को नुकसान पहुंच जाता है तो मांसपेशियों में अकड़न आ जाती है।’
‘फिर तो मांसपेशियों की अनियंत्रित हरकत शुरू हो जाती होगी।’
‘दरअसल, दिमाग में नर्व कोशिकाओं का एक समूह होता है जिसे बेसल गैंगलिया कहते हैं। यह विशेष प्रकार की मांसपेशी हरकत को रोकता या नियंत्रित करता है। जब इस क्षेत्र को नुकसान पहुंचता है तो मांसपेशियों की अनियोजित हरकतें शुरू हो जाती हैं।’
‘किस प्रकार की अनियोजित हरकत?’
‘जैसे हाथ का अपने आप धीरे-धीरे हिलते रहना या मुड़ना या ज़ोर से झटके देना।’
‘ब्रेन का वह हिस्सा कौन सा है जो मांसपेशियों में समन्वय व संतुलन लाता है?’
‘उसे सेरिब्रल्लर एरिया कहते हैं। अगर यह क्षेत्र चोटिल हो जाये तो संतुलन का अभाव व भद्दापन आ जाता है।’
‘क्या मस्तिष्क पक्षाघात के अन्य कारण भी हैं?’
‘हां। ब्रेन जन्म से पहले उस तरह से विकसित न हुआ हो जैसा होना चाहिए। मां गर्भधारण के दौरान बीमार या चोटिल हो। जन्म के दौरान ब्रेन चोटिल हो जाये। जन्म के समय सांस लेने में कठनाई हो जिससे रक्त में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता और नर्व कोशिकाएं चोटिल हो जाती हैं।’
‘इसका इलाज क्या है?’
‘यह एक लम्बी, धीमी व निरंतर प्रक्रिया है। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण है दूसरे लोग बच्चे को स्वीकार करें।
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर