तरकीब
चंपक वन का वाइटी खरगोश बहुत होशियार और तेज़ दिमाग का था, लेकिन कभी कोई उसके तेज़ दिमाग की तारीफ नहीं रकता था। एक बार की बात है। चंपकवन के कुछ जानवरों के उनके बैंक अकाउंट से पैसे गायब हो गए थे। किसी किसी का तो पूरा अकाउंट ही निल हो गया था। बैंक मैनेजर टोनी भालू को लगातार इस बात की शिकायत मिल रही थी लेकिन वह कुछ कर नहीं पा रहा था। वह हैरान था कि जानवरों के अकाउंट से पैसा कैसे गायब हो जाता है?
एक दिन सारे जानवर बैंक मैंनेजर टोनी भालू के चेंबर में घुसकर उससे झगड़ा करने लगे। जानवरों ने उसे धमकी दी कि अगर 1 हफ्ते के अंदर कुछ नहीं किया गया तो वे लोग बैंक से अपना अकाउंट हटा लेंगे और धोखाधड़ी का मुकदमा भी दर्ज करेंगे। मैनेजर टोनी भालू दोनों हाथों से अपना सिर पकड़ कर कुर्सी पर बैठा कुछ सोच रहा था। तभी वहां वाइटी खरगोश आया वाइटी बैंक में अपना अकाउंट खोलना चाहता था।
वाइटी ने जब मैनेजर टोनी भालू से अपना नया अकाउंट खोलने की बात कही तो वह थोड़ा झल्लाता हुआ बोला - अभी कोई नया अकाउंट नहीं खुलेगा। अभी हमारा बैंक एक झंझट में फंसा हुआ है?
कैसा झंझट मैंनेजर साहब? वाइटी ने बड़े ही आत्मीयता से पूछा।
तुम जानकर क्या करोगे?
हो सकता है मैं कुछ आपकी मदद कर दूं।
वाइटी ने कहा
मैंनेजर टोनी भालू ने कुछ सोचकर वाइटी को सारी बात बताते हुए कहा- हमारी समझ में नहीं आ रहा है कि जानवरों के अकाउंट से पैसे कैसे कम हो गए जबकि जानवरों का कहना है कि उन्होंने न तो चेक से और न ही एटीएम से पैसा निकाला है?
मैनेजर टोनी भालू की बात सुनकर वाइटी का जासूसी दिमाग तेजी से काम करने लगा।
उसने कहा, ‘मैनेजर साहब, क्या आप यहां उन लोगों को बुला सकते हैं जिनके अकाउंट से पैसे गायब हुए हैं?’
‘हां, हां, क्यों नहीं, यह कहकर टोनी भालू ने उन जानवरों को फोन करके बैंक में बुला लिया। सारे जानवर भी तुरंत बैंक में पहुंच गए। उन्होंने सोचा कि शायद उनके पैसों का पता चल गया है। वाइटी ने उन लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि सबके पैसे मिला कर करीब 5 लाख रूपये एटीएम से निकाले गए हैं। पैसे गायब करने वालों को दबोचने के लिए वाइटी खरगोश का जासूसी दिमाग तेज़ी से काम करने लगा।
अचानक उसे एक तरकीब सूझ गई। उसने अगले दिन चंपक टाइम्स अखबार में एक विज्ञापन दिया, जंगल में एक प्राइवेट बैंक चलाने के लिए पार्टनर चाहिए जो 5 लाख रुपये इन्वेस्ट कर सके। अच्छा ब्याज मिलेगा, वाइटी खरगोश से सम्पर्क करें।
विज्ञापन पढ़कर उसके पास बैडी सियार और भेड़ी लोमड़ आए।
‘हम लोग तुम्हारा पार्टनर बनने के लिए और रूपए लगाने के लिए तैयार हैं। बैडी और मैडी ने वाइटी से पूछा, तुम कितना रूपया बैंक चलाने के लिए इन्वेस्ट करोगे? ‘मैं भी 5 लाख रूपए इन्वेस्ट करूंगा, वाइटी दोनों पर गहरी नज़र डालते हुए बोला लेकिन मुझे तो नहीं लगता है कि तुम लोगों के पास 5 लाख रुपये होंगे। तुम दोनों तो मुझे बिल्कुल फक्कड़ मालूम होते हो?’
क्या कहा, हम फक्कड़ मालूम होते हैं, दोनों तुनक उठे, जाओ, हम तुम्हारा पार्टनर नहीं बनेंगे, यह कह कर दोनों वहां से जाने लगे।
अरे भाई, तुम दोनों तो नाराज़ हो गए, वाइटी ने दोनों को रोकते हुए हंसकर कहा, मैं तो यूं ही बस मजाक कर रहा था।
मैं अभी एक वकील को बुलाता हूं, जो हमारा एग्रीमेंट पेपर लिख देगा, इसके बाद हमलोग बैंक खोलेंगे। इसके बाद वाइटी ने अपने मोबाइल से किसी को फोन किया और जल्दी से आने का आग्रह किया।
जब तक वकील आता है, तब तक मैं तुम लोगों के लिए चाय बनाता हूं, यह कहकर वाइटी दोनों के लिए किचन में घुस कर चाय बनाने लगा।
कुछ दिन इसके साथ पार्टनर बनकर हम लोग इसका भी 5 लाख रूपया गायब कर देंगे और फिर हमेशा हमेशा के लिए चंपक वन छोड़ कर विदेश में बस जाएंगे। यह कहकर दोनों जोर से हंस पड़े।
वाइटी दरवाजे की ओट से दोनों की बातें सुन रहा था। उसका शक यकीन में बदल गया। यही वे चोर हैं जिन्होंने जानवरों के पैसे बैंक अकाउंट से गायब किये हैं। बाहर तभी एक जीप के रूकने की आवाज़ आई। लगता है पुलिस आ गई, वाइटी ने सोचा और बाहर की तरफ झांका।
बैंक मैंनेजर टोनी भालू पुलिस इंस्पेक्टर शेरसिंह के साथ जीप से उतरकर वाइटी के कमरे में दाखिल हुआ। अचानक सामने पुलिस को देखकर दोनों बदमाश सकपका गए। दोनों चाहकर भी वहां से भाग नहीं पाए।
शेर सिंह ने दोनों को दबोच लिया और उनके हाथों में हथकड़ी पहनाते हुए पूछा, अब तुम दोनों सीधी तरह यह बताओ कि तुम लोगों ने जानवरों के अकाउंट से पैसे किस तरह उड़ाए? दोनों ने सच बताने में ही अपनी भलाई समझी।
दोनों ने बताया, हम लोग साफ्टवेयर इंजीनियर हैं, जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में हम लोगों के बैंक अकाउंट से पैसे उड़ाने के लिए अपराध का रास्ता चुन लिया। हमने एक ऐसा गुप्त कैमरा एटीएम मशीन के पास लगा दिया था, जिसमें
क्रेडिट कार्ड का नंबर और पिन नंबर आ जाता था जिसके सहारे हम लोग डुप्लीकेट एटीएम कार्ड बनाकर आसानी से पैसे निकाल लेते थे।
पुलिस ने दोनों बदमाशों को जेल में डाल दिया।
बैंक मैनेजर भालू ने वाइटी की जमकर तारीफ की।
उस दिन से वाइटी की चंपकवन में खूब तारीफ होने लगी। (उर्वशी)