भाजपा को बताना चाहिए.. बिहार सरकार ने जाति सर्वेक्षण के निष्कर्षों का क्या किया - प्रशांत किशोर

भागलपुर (बिहार), 1 मई - जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने राष्ट्रीय जनगणना में जाति आधारित जनगणना को शामिल किए जाने पर कहा कि यह मामला सामाजिक सुधार से ज़्यादा राजनीतिक दलों के लिए राजनीतिक वर्चस्व का है। बिहार में भाजपा पहले से ही सत्ता में है और दो साल पहले राज्य में जाति जनगणना हुई थी। भाजपा को बताना चाहिए कि बिहार सरकार ने जाति सर्वेक्षण के निष्कर्षों का क्या किया। कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है, तो राहुल गांधी को उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर योजनाएं बनाने से किसने रोका है? उन्हें हाल ही में इस बात का एहसास हुआ है कि जाति जनगणना से स्थिति में सुधार हो सकता है। आप उन समुदायों की मदद के लिए जाति जनगणना नहीं करवा रहे हैं, बल्कि राजनीतिक लाभ के लिए सांप्रदायिक विद्वेष फैला रहे हैं।

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