बिक्रम मजीठिया की बेल अर्जी खारिज, सरकारी वकील ने किए बड़े खुलासे
चंडीगढ़, 4 दिसंबर - अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। उनकी बेल अर्जी खारिज होने के बाद सरकारी वकील फेरी सॉफ्ट ने इसके पीछे की मुख्य वजहों का खुलासा किया है। वकील ने कहा कि कोर्ट में पेश किए गए मजबूत सबूतों और फाइनेंशियल गड़बड़ियों की वजह से बेल नहीं दी गई।
हाईकोर्ट को बताया गया कि 2004 तक मजीठिया के पास कोई खास प्रॉपर्टी नहीं थी, लेकिन 2007 के बाद उनकी प्रॉपर्टी अचानक करोड़ों में कैसे पहुंच गई, यह गंभीर जांच का विषय है। फेरी सॉफ्ट के मुताबिक, जून में जब मजीठिया को गिरफ्तार किया गया था, तब मामला 540 करोड़ रुपये का था, लेकिन जांच के दौरान यह आंकड़ा अब बढ़कर 725 करोड़ रुपये हो गया है। आरोप है कि मजीठिया ने शराब के धंधे से मोटी कमाई की और हवाला सिस्टम के जरिए विदेशों से पैसे ट्रांसफर किए। इसके अलावा कई कैश ट्रांजैक्शन किए गए, जिनका कोई रिकॉर्ड नहीं रखा गया। उन्होंने कहा कि इस मामले में मजीठिया के साले गजपत सिंह ग्रेवाल और साथी हरप्रीत सिंह गुलाटी का शामिल होना और उनकी गिरफ्तारी भी बेल कैंसिल होने की बड़ी वजहें थीं।

