पूर्व मंत्री के बेटे का कातिल गैंगस्टर राज कुमार राजू गिरफ्तार

फतेहगढ़ साहिब, 23 अप्रैल (भूषण सूद): जिला फतेहगढ़ साहिब की पुलिस को आज उस समय बड़ी सफलता हासिल हुई जब उनको पूर्व अकाली मंत्री तेजा सिंह ढिल्लों के बेटे संदीप सिंह ढिल्लों उर्फ बौबी ढिल्लों के 2009 में हुए कत्ल के कथित मुख्य आरोपी और नामवर गैंगस्टर राज कुमार उर्फ राजू को लुधियाना से राजपुरा बस द्वारा जाते हुए असले समेत काबू कर लिया। पुलिस सूत्रों अनुसार कथित आरोपी मार्च 2016 में हुशियारपुर से मानसा लेकर जाते समय पुलिस हिरासत से फरार हो गया था। इस संबंध में आज यहां जिला पुलिस प्रमुख अलका मीना ने बताया कि कथित आरोपी खिलाफ 9 मुकद्दमे दर्ज हैं जिनमें यह भगौड़ा था। उन्हाेंने बताया कि इस खिलाफ कोतवाली बठिंडा में कत्ल के संबंध में 2 अगस्त को धारा 302, 120 बी आई पी सी अधीन मुकद्दमा नंबर 561,4 फरवरी 2013 को धारा 52 ऐ प्रीजन एक्ट गुरदासपुर अधीन मुकद्दमा नंबर 15, 29 सितम्बर 2013 को थाना जोड़किया में धारा 15,61,85 एन डी पी एस एक्ट अधीन मुकद्दमा नंबर 74,29 सितम्बर को धारा 399,402 आइ्र पी सी अधीन थाना जोड़किया में मुकद्दमा नंबर 73, थाना भीखी में धारा 384 आई पी सी अधीन 1 अक्तूबर 2013 को मुकद्दमा नंबर 77, थाना सिटी 2 मानसा अधीन 9 मार्च 2016 को धारा 223,224 आई पी सी अधीन मुकद्दमा नंबर 23, थाना तपा में 15 जून को धारा 379, आई पी सी अधीन मुकद्दमा नंबर 49, 5 मई 2016 को स्विफ्ट कार छीनने के आरोप में थाना मौड़ में धारा 379बी आई पी सी अधीन मुकद्दमा नंबर 70 और 15 मार्च 2018 को थाना बुढलाड़ा में धारा 379बी आई पी सी अधीन 6 लाख 30 हजार रुपए की कथित लूट करने के आरोप में मुकद्दमा नंबर 28 दर्ज है। उन्होंने बताया कि कथित आरोपी से एक पिस्तौल 12 बोर देसी और 3 जिंदा कारतूस बरामद किए गए। श्रीमती मीना ने बताया कि पुलिस ने कप्तान पुलिस जांच हरपाल सिंह के नेतृत्व में, उप कपतान पुलिस जांच दलजीत सिंह खक्ख की निगरानी में सी आई के इंचार्ज दलबीर सिंह सरहिन्द और सहायक थानेदार वेद प्रकाश ने मुखबरी के आधार पर कथित आरोपी को बस में काबू किया। कथित आरोपी खिलाफ कत्ल, चोरी, लुटपाट, फिरौती और अगवा करने के मुकद्दमों में कथित आरोपी भगौड़ा था। पुलिस ने बताया कि जांच दौरान यह सामने आई थी कि 2009 में संदीप सिंह ढिल्लों के कत्ल केस में इसको 2012 में उम्र कैद की सजा हो गई थी और वर्ष 2013 में यह पैरोल पर आया था और भगौड़ा हो गया, वर्ष 2014 में सी आई ए स्टाफ मानसा ने इसको डाका मारने की तैयारी करने के आरोप में काबू कर लिया और बाद में 55 किलोग्राम भुक्की चूरा पोस्त भी बरामद करने का दावा किया। उन्होंने बताया कि 9 मार्च 2016 को यह हुशियारपुर जेल से पेशी के लिए मानसा कचहरी आया था जहां पुलिस कर्मचारियों को चकमा देकर पुलिस हिरासत में फरार हो गया। उन्होंने बताया कि 2016 में फरार होने के बाद बठिंडा से एक कीटनाशक दवाओं के व्यापारी से इसने पिस्तौल की नोक पर स्विफ्ट कार छीनी, इसी तरह हरियाणा के औड़ां नजदीक एक डिजाइर कार छीनी। इसने भीखी में एक शैलर मालिक को अगवा कर 5 लाख की फिरौती मांगी थी और करीब एक महीना पहले अपने साथियों समेत रलकर बुढलाडा में शराब देकर ठेकेदारों से 6 लाख 30 हजार रुपए झपट मारकर फरार हो गए थे। उन्होंने बताया कि कथित आरोपी ज्यादातर धार्मिक स्थानों पर लुक छिपकर रहता था और वारदात को अंजाम देने के बाद अजमेर शरीफ में चला जाता था। उन्होंने बताया कि फरार होने के बाद यह पुलिस से बचने के लिए गांव बाड़ा भाई का, थाना घल्ल खुर्द जिला फिरोजपुर में एक परिवार में उनकी घोड़ियों की देख रेख का कार्य करता रहा।
 उन्होंने बताया कि आरोपी से पूछताछ जारी है ओर भी सुराग लगने की संभावना है।