मंडियों में गेहूं की ढुलाई के लिए वसूला जा रहा है टैक्स

फिरोज़पुर, 29 अप्रैल (मलकीयत सिंह) : पंजाब की मंडियों में गेहूं ढुलाई के लिए ठेकेदारों और ट्रैक्टर ट्राला यूनियनों की कथित मिलीभुगत से आढ़तियों से 5 रुपए प्रति गट्टे  तक टैक्स वसूला जा रहा हैं, जिसके कारण मंडियों में गेहूं के अंबार लगे पड़े हैं। ़फसल की ढुलाई के लिए जिन ठेकेदारों के नाम पर टैंडर हैं, वह मौजूद सरकार के चहेते हैं और इनमें कईयों के पास गेहूं ढुलाई के लिए अपने टै्रक्टर ट्रालें भी नहीं। यह ठेकेदार ट्रैक्टर-ट्राला मालिकों की कथित मिलीभुगत से गेहूं की फुलाई के लिए टैक्स वसूल कर टैंडरों को दोहरा लाभ उठा रहे हैं, क्योंकि उक्त ठेकेदारों को माल ढुलाई के टैंडरों का पैसा तो मिलना ही हैं और आढ़तियां व यूनियनों द्वारा वसूला पांच रुपए प्रति गट्टे में कुछ हिस्सा भी उनकी झोली में पड़ेगा। ऊधर आढ़ती ़खरीदें गेहूं की उठवाई से काफी परेशान हैं, जिनको गेहूं के सूखने का डर सताने लगा हैं, जिसके कारण वह इस घाटे से बचने के लिए 5 रुपए प्रति गट्टे तक जज़िया देकर फसल उठवाने के लिए मजबूर हो रहे हैं। राजनीति नेताओं की कथित शह पर टैक्स वसूल रहे इन ठेकेदारों की इतनी अधिक पहुंच हैं कि कोई भी आढ़ती इनके विरुद्ध खुल कर बोल नहीं रहा, यहां तक कि ज़िला प्रशासनिक अधिकारी भी राजनीति दबाव के कारण कोई कार्रवाई करने में असमर्थ हैं, जिन मंडियों में जबरी जज़ियां वसूला जा रहा हैं, उनमें अभी भी 70 ़फीसदी गेहूं मंडियों में पड़ी हुई हैं। पंजाब में इस वर्ष लेबर की कमी बताई जा रही हैं और ठेकेदारों के पास लेबर का कोई भी अधिक प्रबंध नहीं हैं। गेहूं की ढुलाई के समय आढ़तीए अपनी लेबर द्वारा ढुलाई कर रहे हैं, पर ठेकेदारों के पास अपनी लेबर की कमी के कारण कई-कई दिन फसल ट्रैक्टर ट्रालियों में ही पड़ी रहती हैं। जानकारी अनुसार गेहूं ढुलाई के लिए उठाए टैंडरों अनुसार किलोमीटर के हिसाब से ठेकेदार ने ट्राला, ट्रैक्टर मालिकों को और यूनियन को ढुलाई के पैसें देकर लिफ्टिंग करवानी होती हैं, पर कई ठेकेदार सरकार के नशें में चूर जहां ढुलाई के लिए अधिक जज़िया वसूल रहे हैं, वहीं ट्रैक्टर ट्राला मालिकों को नाममात्र पैसें देते गेहूं की उठवा करवा रहे हैं। ट्रैक्टर ट्राला मालिक अपने घाटे पूरे करने के लिए ठेकेदारों द्वारा वसूले जज़िया की आड़ में पैसें बटोर रहे हैं, यहां तक कि ट्रक ट्रालियों द्वारा भरे वज़न के लिए कंडा करवाई के पैसे भी लिए जा रहे हैं, जबकि यह तुलवाई बिल्कुल फ्री बताई जा रही हैं। कुछ आढ़तियों ने अपना नाम छिपाने की सूरत में बताया कि लीडरों के चहेतों द्वारा जहां-जहां टैंडर भरे हुए हैं, वहीं जबरी गुंडा टैक्स भी लगाया जा रहा हैं। इसके साथ ही गेहूं की लिफ्टिंग न होने के कारण फसल भी सूखा जा रहा हैं और आते दिनों में अगर गेहूं की उठवाई ना हुई तो 500 ग्राम से लेकर 1 किलो तक सूख पड़ेगी, जो उनके लिए दोहरी मार होगी। बिना परमिट पर ओवरलोड माल भर रहे हैं ट्रैक्टर-ट्राले, ट्रांसपोर्ट विभाग ़खामोश : ़फसल दौरान मंडियों में ढुलाई कर रहे ट्रक-ट्रैक्टर ट्राले हाईकोर्ट के आदेशों की उल्लंघन करते हुए ओवर लोड हो रहे हैं, जिसके पीछे ट्रांसपोर्ट विभाग की भी कथित मिली भुगत बताई जा रही हैं। ट्रक आपरेटरों ने बताया कि एक ट्रक पर पास वज़न से 1 टन अधिक माल भरने पर छूट है और अगर इससे अधिक वज़न भरा जाता हैं तो ट्रांसपोर्ट अधिकारी 10-15 हज़ार रुपए के चालान काटकर हाथ में पकड़ाते हैं, पर इन टैंडरों द्वारा ट्रक, घोड़ा ट्रालों पर 4-5 टन से अधिक माल भरा जा रहा हैं, जिनको पूछने वाला कोई नहीं हैं। इसके साथ ही मंडियों में गेहूं ढुलाई कर रहे ट्रैक्टर ट्रालियां बिना परमिट माल उठाते सरकार को लाखों रुपए का चूना लगा रहे हैं।