किसान वातावरण बचाने के लिए आगे आएं : बदनौर

अमृतसर, 17 सितम्बर (अमन मैनी) : पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी द्वारा सितम्बर माह दौरान आयोजित होने वाले किसान मेलों की लड़ी तहत किसान मेला अमृतसर के कृषि विज्ञान केंद्र नाग कलां में लगाया गया। इस किसान मेले का उद्घाटन वी.पी. सिंह बदनौर, माननीय गर्वनर पंजाब द्वारा किया गया। डॉ. बलदेव सिंह ढिल्लों वाईस चांसलर, पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी लुधियाना के नेतृत्व में इस मेले का आयोजन किया गया। इस मौके पर वी.पी. सिंह बदनौर गर्वनर पंजाब ने कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का दौरा किया और प्रदर्शनी में लगी पराली संभाल की मशीनों सम्बन्धी जानकारी हासिल की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि पंजाब ने भारत को अनाज के पक्ष से स्वयं-निर्भर बनाने में सबसे अधिक योगदान दिया है और यह पी.ए.यू के वैज्ञानिकों के योगदान से ही संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि आज वातावरण को संभालने की प्रमुख जरूरत है और पंजाब के किसान को इस क्षेत्र में पूरे देश की अध्यक्षता करनी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि कृषि विविधता समय की जरूरत है, इसलिए सभी को अपने खाने के लिए सब्जियां व दालों की पैदावार जरूर करनी चाहिये। उन्होंने किसानों को अपील की कि बुनियादी खर्चों की कटौती करना समय की मुख्य मांग है और कृषि में रसायनों का प्रयोग माहिरों की सलाह के अनुसार ही करना चाहिये। इस मौके पर पंजाब एग्रीकल्चरल यूनीवर्सिटी के वी.सी. डॉ. बलदेव सिंह ढिल्लों ने कहा कि मेले जहां एक ओर किसानों के नई तक्नीकों से जागरूक होने का स्रोत है वहीं पी.ए.यू के माहिरों के लिए किसानों तक पहुंचाने का माध्यम भी है। इस मौके पर डॉ. ढिल्लों ने इस क्षेत्र के किसानों को सब्जियों और बागबानी के क्षेत्र में विशेष तौर पर नई तक्नीकें अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र बासमती की पैदावार के लिए जाना जाता है लेकिन हमारे किसानों को क्वालटी के पक्ष से दूसरे देशों से मुकाबला करने के लिए बेहतर किस्म की बासमती पैदा करनी पड़ेगी जिसके लिए खाद और रसायन की उपयुक्त प्रयोग करना अनिवार्य है। इस मौके पर डी.सी. कमलदीप सिंह संघा ने किसानों को सम्बोन्धित करते हुए कहा कि पराली को आग ना लगाई जाए और नई कृषि तकनीक की मशीनों को अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि वातावरण को स्वच्छ रखने के लिए गेंहू की नाड़ को आग लगाने की बजाए इसको मिट्टी में ही उस पर हल चला कर उसे दबा देना चाहिये। मेले दौरान मुख्य मेहमान द्वारा किसानों और किसान महिलाओं को सम्मानित भी किया गया। इस मौके पर डॉ. नवतेज सिंह बैंस डायरैक्टर खोज, पी.ए.यू लुधियाना, जे.एम. बाला मुरगन (सचिव राजपाल पंजाब), दलबीर सिंह छीना(मुख्य कृषि अधिकारी), डॉ. भुपिंदर सिंह ढिल्लों, डॉ. टी.एस. रियाड़ व अन्य मौजूद थे।