गुरु नगरी को पर्यटन हब के तौर पर विकसित करेंगे : कैप्टन

अमृतसर, 15 अक्तूबर (गगनदीप शर्मा): विरासत को सहेजने के लिए अमृतसर को करोड़ों के गफ्फे देने की घोषणा कर दी गई है जिसके बाद विरासती स्मारकों की नुहार तो बदलनी तय है, साथ में पर्यटन क्षेत्र में भी काफी बढ़ौतरी होगी। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने यहां कम्पनी बाग में पहले पंजाब सरकार, नगर सुधार ट्रस्ट व रेल विभाग के सहयोग से बनाए जाने वाले चार रेलवे ओवर ब्रिज, एक अंडर रेलवे ब्रिज और एक खेल अकैडमी का नींव पत्थर रखा और बाद में विरासती स्मारकों के लिए करोड़ों रुपए देने की घोषणा की। इस मौके पर नवजोत सिंह सिद्धू, ओम प्रकाश सोनी, सुखबिंदर सिंह सुखसरकारिया (सभी कैबिनेट मंत्री), सुनील दत्ती, डा. राज कुमार वेरका, धर्मवीर अग्निहोत्री, तरसेम सिंह डी.सी, सुखविंदर सिंह डैनी बंडाला, हरप्रताप सिंह अजनाला, संतोख सिंह भलाईपुर (सभी विधायक), प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की प्रधान मैडम ममता दत्ता, ज़िला कांग्रेस कमेटी के शहरी प्रधान जुगल किशोर शर्मा, डी.सी. अमृतसर स. कमलदीप सिंह संघा, ए.डी.सी. हिमांशु अग्रवाल, एस.डी.एम. राजेश शर्मा, मेयर करमजीत सिंह रिंटू, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुखजिंदरराज सिंह लाली मजीठा, पुलिस कमिश्नर एस.एस. श्रीवास्तवा, नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन मैडम रंजीत कौर, पूर्व विधायक हरजिंदर सिंह ठेकेदार, सीनियर डिप्टी मेयर रमन बख्शी, स्थानीय निकाय विभाग के डॉयरैक्टर करूणेश शर्मा, पर्यटन बोर्ड के डॉयरैक्टर मलविंदर सिंह जग्गी, पार्षद विकास सोनी, कांग्रेसी नेता अश्विनी कालेशाह सहित अन्य कांग्रेसी नेतागण, कार्यकर्ता उपस्थित थे।  

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने किला गोबिंदगढ़ व श्री दुर्ग्याणा तीर्थ को 15-15 करोड़, टाऊन हाल को 10.75 करोड़, हैरीटेज स्ट्रीट की तरफ आने वाले हाल गेट, रामदास रोड, कटड़ा आहलूवालिया व कटड़ा जैमल सिंह मार्ग को 34 करोड़, अमर शहीद धन-धन बाबा दीप सिंह जी गुरुद्वारा साहिब की सड़कों के लिए 30 करोड़, किला आहलूवालिया को 3.50 करोड़, राम तीर्थ को 7 करोड़ और शहीदों की कर्म भूमि जलियांवाला बाग को 8 करोड़ रुपए देने की घोषणा करते हुए कहा कि गुरुओं-पीरों की इस धरती पर रोज़ाना लाखों श्रद्धालु सच्चखंड श्री हरिमंदिर साहिब, श्री दुर्ग्याणा तीर्थ, राम तीर्थ, महर्षि वाल्मीकि तीर्थ के दर्शन करने के अलावा जलियांवाला बाग व अटारी वाघा सीमा पर रिट्रीट सैरेमनी देखने आते हैं। उनकी इच्छा है कि जो भी यहां आए एक-दो दिन नहीं बल्कि 3-4 दिन ठहरे। इसी बात के मद्देनज़र ही विरासत को सहेजने व गुरु नगरी को पर्यटन हब के तौर पर विकसित करने का फैसला लिया गया है। रेलवे ओवर ब्रिजों व अंडर ब्रिज का रिमोट बटन दबाकर एक साथ नींव पत्थर रखने के बाद उन्होंने कहा कि पुराने शहरों में ज़रूरत है सुधार लाने की।  
अमृतसर में इन पुलों का निर्माण होने के बाद काफी हद तक ट्रैफिक की समस्या का समाधान हो जाएगा। उन्होंने अमृतसर में पानी के ट्यूबवैल लगाने के लिए 50 करोड़ रुपए देने की घोषणा भी की ताकि लंबित पड़े नहरी जल सप्लाई नैटवर्क को मुकम्मल किए जाने तक इस शहर में स्वच्छ पेयजल की सप्लाई को निर्विघ्न यकीनी बनाया जा सके। स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने 10 सालों के शासन दौरान इस शहर के विकास करवाने में असफल रहने के लिए बादलों की तीखी आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि अमृतसर का पैसा मानसा व बठिंडा भेजा जाता रहा। उन्होंने कहा कि अकालियों ने सत्ता पर काबिज़ होकर सिर्फ एक पुल बनाया जबकि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने एक साथ पांच पुल शुरू करवाकर इतिहास रच डाला है। उन्होंने कहा कि इन पुलों के टैंडर जारी किए जा रहे हैं और एक साल अंदर काम मुकम्मल हो जाएगा। रंजीत एवीन्यू इ-ब्लाक पर बनने वाली खेल अकैडमी बारे बोलते हुए कैबिनेट मंत्री नवजोत सिद्धू ने कहा कि इस अकैडमी पर 33 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं जिसमें एथलैटिक्स के अलावा क्रिकेट मैदान भी तैयार किए जा रहे हैं। 
कौन-कौन से हैं पांच नए पुल : पांच नए रेलवे ओवर ब्रिज में 34 करोड़ रुपयों की लागत से अमृतसर-दिल्ली रेलवे लाइन पर मौजूद वल्ला फाटक, 25 करोड़ रुपए की लागत से अमृतसर-अटारी रेलवे सैक्शन पर मौजूद 22 नंबर फाटक, शहर के सबसे पुराने भंडारी ब्रिज को चौड़ा करने पर 22 करोड़ रुपयों के अलावा अमृतसर-दिल्ली रेलवे लाइन पर स्थित जौड़ा फाटक पर 28.70 करोड़ रुपए खर्च करके रेलवे अंडर ब्रिज बनाया जाना है। इन पुलों पर कुल 127.86 करोड़ रुपए खर्च किया जाना है जिनमें से 111.56 करोड़ राज्य सरकार व 16.30 करोड़ का केंद्र सरकार योगदान डालेगी। इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा 18.16 करोड़ रुपयों से संत सिंह सुक्खा सिंह (फोर एस) चौक पर एक फ्लाई ओवर बनाया जाना है। इन विकास कार्यों की समय पर शुरुआत करने के लिए एफ.डी.आर. की सूरत में अमृतसर नगर सुधार ट्रस्ट ने पहले ही 130 करोड़ रुपए रखे हैं।