कैप्टन द्वारा मैजिस्ट्रेट जांच के आदेश

अमृतसर, 20 अक्तूबर : शुक्रवार की शाम को स्थानीय जोड़ा फाटक पर हुए भयानक रेल हादसे के बाद आज मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरेन्द्र सिंह आज घटनास्थल का दौरा करने पहुँचे। उन्होंने जहां पीड़ितों के परिवारों के साथ दु:ख साझा किया वहीं सभी राजनीतिक पार्टियों को सियासी सोच से ऊपर उठकर एकजुट होने की अपील की। इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि हादसे की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इस घटना के लिए जिम्मेवार लोगों के खिलाफ ेकार्यवाही की जाएगी। हादसे में रेल विभाग की लापरवाही होने संबंधी पूछे सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इसकी जांच में विचारा जाएगा और पता लगाया जाएगा कि इस समारोह के लिए मंजूरी हासिल की गई थी या नहीं। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट मुताबिक इस घटना में अब तक 61 व्यक्तियों की मौत होने तथा 57 व्यक्तियों के जख्मी होने की पुष्टि हुई है। उन्होंने अमृतसर ज़िले में सोमवार तक सरकारी शोक जारी रखने का भी ऐलान किया। उन्होंने कहा कि इस समय दौरान राष्ट्रीय झंडे आधे झुके रहेंगे और सभी शैक्षणिक संस्थाएं बंद रहेंगी। उन्होंने दुखदायी घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए पीड़ितों तथा उनके परिवारों को सरकार द्वारा पूर्ण सहयोग देने का भरोसा दिया है। इससे पहले आज सुबह मुख्यमंत्री के यहां हवाई अड्डे पर पहुंचने पर ज़िला अधिकारियों और संकट प्रबंधन ग्रुप ने उनको संक्षिप्त में जानकारी दी। मुख्यमंत्री के साथ स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ सहित उनके मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल और मुख्य प्रमुख सचिव सुरेश कुमार भी उपस्थित थे। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने टीम और अन्य अधिकारियों से इस घटना से हुए नुक्सान बारे जानकारी हासिल की। इसके बाद कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने अमनदीप अस्पताल, सिविल अस्पताल और गुरु नानक देव अस्पताल में जाकर घायलों का हाल-चाल पूछा। इस मौके पर उन्होंने डाक्टरों को हर संभव मैडीकल सहायता उपलब्ध करवाने की हिदायत की। राज्य सरकार की तरफ से सभी सरकारी और प्राईवेट अस्पतालों में घायलों को मुफ़्त इलाज मुहैया करवाने के अलावा मृतकों के वारिसों को 5-5 लाख रुपए देने का ऐलान पहले ही किया हुआ है। मुख्यमंत्री के दौरे के अवसर पर कैबिनेट मंत्रियों, सांसद, विधायकों समेत सीनियर प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी भी उपस्थित थे जिन्होंने उनको पीड़ितों और उनके परिवारों की सहायता और राहत के लिए किये जा रहे कार्यों बारे अवगत करवाया। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा, कल्याण मंत्री साधु सिंह धर्मसोत, ट्रांसपोर्ट मंत्री अरुणा चौधरी, सहकारिता मंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा, राजस्व मंत्री सुखबिन्दर सिंह सरकारिया, शिक्षा मंत्री ओ.पी. सोनी, ऊर्जा मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़, पशु पालन मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू और सांसद मैंबर गुरजीत सिंह औजला उपस्थित थे। वहीं दूसरी ओर  सरकार द्वारा 3 करोड़ की मुआवज़ा राशि जारी कर दी गई।