हरिके झील में मेहमान पक्षी पहुंचे

हरिके पत्तन, 14 नवम्बर (रितू कुन्द्रा) : प्रवासी पक्षियों के स्वर्ग के तौर पर जानी जाती हरिके झील पर मौसम की करवट के साथ ही मेहमान प्रवासी पक्षियों की आमद शुरू हो चुकी है और गुजरे कुझ दिनों से बढ़ रही सर्दी के साथ-साथ इन मेहमान पक्षियों की संख्या में भी लगातार बढ़ावा हो रहा है। झील के विभिन्न क्षेत्रों में रंग बिरंगे पक्षियों के झुंड अलग ही नजारा पेश कर रहे है। अब तक हजारों की संख्या में कई किस्मों के प्रवासी पक्षी झील में पहुंच चुके है और इस बार जिस प्रकार अब तक मेहमान पक्षियों की आमद हुई है उस से लगता है कि इस बार गत वर्ष से ज्यादा पक्षी हरिके झील के मुख्य क्षेत्र रियासत व खैतान में सबसे ज्यादा पक्षी पहुंचे है। इसके अलावा सतलुज व ब्यास दरिया के क्षेत्र में भी मेहमान पक्षी झील के क्षेत्र में सुन्दर नजारा पेश कर रहे है। वैसे तो हरिके झील पर 200 से ज्यादा किस्मों के प्रवासी पक्षी आते हैं लेकिन अब तक 2 दर्जन से ज्यादा किस्मों के पक्षी यहां पहुंच चुक्के है जिन में बार हैडिड गीज, ग्रे-लेग गीज, रूडी सैलडक, साईब्रेयिन गलज, ग्रे-हैरिन, परपल हैरिन, लार्ज कारमोरैंट, लिटल कारमोनैट, गडवाल, सनेक बर्ड, पिनटेल डक, शालवर, गीजन, रैड करस्ट्रड पोचड, कोमन टील, कोमन पोचड, लिटल ई ग्रेट, लार्ज ई ग्रे, बलैक हैडिड ईवीज, कोमन कूट आदि किस्मों के पक्षी सुन्दर नजारा पेश कर रहे है। इन किस्मों में ज्यादा संख्या में कूट, कोमन पोचरड, शावलर, पिनटेल व ग्रे लैग गीज की संख्या ज्यादा है। इस संबंधी जब जंगली जीव व वण विभाग हरिके की डी.एफ.ओ. मैडम कल्पना के से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि प्रवासी पक्षियों की आमद को लेकर विभाग द्वारा पूरा ध्यान रखा जा रहा है और सुरक्षा लिए विभाग की टीम विभिन्न क्षेत्रों में लगातार निगरानी कर रही है और झील के पाबंदीशुदा वाले क्षेत्र में बिना आज्ञा दाखिल होने वालों खिलाफ जंगली जीव सुरक्षा एकट अधीन कारवाई की जाएगी।