गुरुपर्व संबंधी पाकिस्तान पहुंचे जत्थे का स्वागत

अमृतसर, 21 नवम्बर (सुरिन्द्र कोछड़) : पहली पातशाही श्री गुरु नानक देव जी का 549वां प्रकाश पर्व मनाने हेतु विशेष गाड़ियों द्वारा पाकिस्तान पहुंचे भारतीय सिख यात्रियों के जत्थे का वाघा रेलवे स्टेशन पहुंचने पर पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और इवैकुई ट्रस्ट प्रापर्टी बोर्ड के अधिकारियों द्वारा स्वागत किया गया। पहली यात्री गाड़ी अटारी से चल कर पाकिस्तानी समय मुताबिक सुबह 11.20 पर बाघा स्टेशन पर पहुंची। इस मौके पर ई.टी.पी.बी. के एडिशनल सचिव शराईन्ज़ तारिक वज़ीर, सचिव इमरान गौंदल, स्पोक्समैन अमीर हाशमी, पूर्व मंत्री और सिख नेता स. रमेश सिंह अरोड़ा, पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान स. तारा सिंह, पूर्व प्रधान बिशन सिंह, मैम्बर मनिंदर सिंह आदि हाजिर हुए। वाघा से ‘अजीत समाचार’ के साथ जानकारी साझा करते बाबर जालन्धरी ने बताया कि वाघा पहुंचने पर सिख यात्री जत्थे के नेताओं को गुरुद्वारा कमेटी और ई.टी.पी.बी. द्वारा फूलों के गुलदस्ते भेंट करते संगत ने गुलाब के फूलों की बारिश की गई। तारिक वज़ीर ने संगत को संबोधित करते कहा कि सिख इतिहास और विरासत के साथ संबंधित बड़ी संख्या में यादगारें मौजूदा समय पाकिस्तान के अलग-अलग शहरों में मौजूद हैं और पाकिस्तान सरकार उनके रख-रखाव के लिए विशेष प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष गुरु नानक देव जी के 550वें वार्षिक प्रकाश पर्व के मौके पाकिस्तान स्थित गुरुधामों की यात्रा पर भारत से आने वाली सिख संगत के लिए बड़ी संख्या में वीज़े जारी किये जाएंगे। इसके साथ ही यात्रियों को पेश आने वाली मुश्किलों को हल करने के लिए भी इंतजाम किए जाएंगे। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि सिख गुरुधामों की यात्रा में शामिल गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब, गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब, गुरुद्वारा सिंह सच्चा सौदा साहिब व लाहौर, एमनाबाद और श्री ननकाना साहिब के गुरुद्वारा साहिब के साथ-साथ जल्द ही सियालकोट के गुरुद्वारा बेर साहिबान और पेशावर के गुरुद्वारा भाई जौगा सिंह और गुरुद्वारा भाई बीबा सिंह आदि को भी शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत सहित अन्य देशों में हज़ारों की संख्या में संगत पाकिस्तान स्थित गुरुधामों और विरासती स्मारको की यात्रा करने की इच्छुक है परंतु वीज़ा न मिलने के कारण पाकिस्तान नहीं पहुंच पा रही है। यह मामला जल्दी पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के ध्यान में लाया जाएगा।