खैहरा के नेतृत्व में इन्साफ मार्च तख्त श्री दमदमा साहिब से पटियाला रवाना

तलवंडी साबो/सींगो मंडी, 8 दिसम्बर (अ.स.): पंजाब में विगत में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी की हुई घटनाओं के आरोपियों व बहबल कलां में हुए गोलीकांड में दो सिख नौजवानों की मौत के आरोपियों की गिरफ्तारी सहित प्रदेश के विभिन्न वर्गों के लोगों को आ रही परेशानियों के समाधान हेतु आम आदमी पार्टी के बागी विधायक स. सुखपाल सिंह खैहरा द्वारा निकाला जाने वाला पैदल इन्साफ मार्च आज सिख कौम के चौथे तख्त तख्त श्री दमदमा साहिब से मुख्यमंत्री के शहर पटियाला के लिए रवाना हो गया, जहां उक्त मार्च 15 दिसम्बर को पहुंचने की सम्भावना है। आज मार्च की शुरुआत से पहले खैहरा गुट सहित मार्च के समर्थन में पहुंचे विभिन्न राजनीतिक गुटों के प्रतिनिधियों ने तख्त श्री दमदमा साहिब के डल्ल सिंह दीवान हाल में एकत्रित बड़ी संख्या लोगों को सम्बोधित करते समय जहां मौजूदा कैप्टन सरकार पर ज़ोर से हल्ला बोलते वहां अकाली भाजपा गठबंधन के 10 वर्ष के शासनकाल को सिखों व पंजाब के लिए सबसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। आज की एकत्रता की विशेष बात यह रही कि बठिंडा कन्वैंशन में हुए भारी समूह के बाद खैहरा धड़े को आज के मार्च में जितनी एकत्रता की आशा थी, उतनी भीड़ जुटाने में वह सफल नहीं हो सके। दीवान हाल में लोगों को सम्बोधित करते हुए जहां यूनाईटिड  अकाली दल के भाई मोहकम सिंह ने अकाली-भाजपा गठबंधन व कांग्रेस के भाईवाली के आरोप लगाए गए वहां पंजाब व सिखों के हितों के लिए निकाले जाने वाले हर संघर्ष में यूनाईटिड अकाली दल द्वारा सुखपाल सिंह खैहरा का साथ देने का आश्वासन दिया गया। खैहरा धड़े के विधायकों ने इस मौके पर पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल द्वारा मजीठिया से माफी मांगने का मुद्दा एक बार पुन: उभारते उक्त माफी को पंजाबियों के साथ विश्वासघात बताया। लोक इन्साफ पार्टी के विधायक बलविन्द्र सिंह बैंस ने प्रभावशाली तकरीर में कहा कि ‘आप’ व लोक इन्साफ पार्टी गठबंधन सत्ता में आ जाना था, परन्तु लोग कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा गुटका साहिब की ली शपथ पर विश्वास करके इसलिए कांग्रेस को वोट डाल बैठे कि उनको विश्वास था कि कोई भी सिख गुटका साहिब की झूठी शपथ नहीं खा सकता। विधायक सिमरजीत सिंह बैंस ने भी अकालियों पर कटाक्ष करते आज श्री अमृतसर साहिब में अकाली दल द्वारा किये जा रहे पश्चाताप के लिए उनको आड़े हाथ लेते हुए कहा कि अकाली दल वह सब आरोप स्वीकार कर चुका है, जो पंजाब के लोग उन पर लगाते रहे हैं। इसलिएवह पश्चाताप करवा रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग अकाली दल को कभी माफ नहीं करेंगे व 2019 के बाद पंजाब की राजनीति में अकाली दल बिल्कुल समाप्त हो जाएगा। सरकार ने 13 से 15 नवम्बर तक विधानसभा का शीतकालीन अधिवेशन बुलाया है ताकि मार्च में शामिल 10 विधायक मार्च छोड़ कर सैशन में पहुंचने पर मार्च आधे रास्ते में दम तोड़ सके। बैंस ने इस मौके पर घोषणा की कि मार्च में शामिल होने वाले सभी 10 विधायक सैशन में न जाकर लोगों की कचहरी में उपस्थिति लगा कर मार्च को सफल बनाएंगे। पंजाब विधानसभा में विरोधी गुट के नेता रह चुके सुखपाल सिंह खैहरा ने अंत में अपने सम्बोधन में पंजाब की अब तक की बर्बादी के लिए अकाली-भाजपा गठबंधन व कांग्रेस को बराबर के आरोपी करार देते कहा कि जहां गठबंधन सरकार के समय गुरु जी की बेअदबी की सैकड़ों घटनाएं हुईं, परन्तु आरोपियों को ढूंढने के लिए गठबंधन सरकार ने कुछ नहीं किया, वहां किसानों की आत्महत्याएं व पंजाब में स्रोतों की लूट में भी गठबंधन ज़िम्मेदार है। इस अवसर पर प्रवक्ताओं ने बरगाड़ी मोर्चे के नेताओं को पंजाब सरकार की बातों में न आने की अपील की। इस अवसर पर बैंस भाई, धर्मवीर गांधी के अलावा कंवर संधू, जगदेव सिंह कमालू, मा. बलदेव सिंह, नाज़र सिंह मानशाहिया, भाई पिरमिल सिंह खालसा के अलावा खैहरा गुट के विधायक, भाई मोहकम सिंह, भाई वस्सन सिंह ज़फरवाल, भाई बलवंत सिंह गोपाला, भाई गुरदीप सिंह बठिंडा सभी यूनाईटिड अकाली दल, इतिहासकार सुखदर्शन सिंह ढिल्लों, गुरप्रताप सिंह खुशहालपुर आदि नेता उपस्थित थे।