पंजाब को कृषि के साथ डेयरी राज्य के तहत भी प्रोत्साहित करेंगे : सिद्धू

जगराओं, 16 दिसम्बर (विनोद कुमार, अमित खन्ना) : अंतर्राष्ट्रीय स्तर के डेयरी व कृषि मेले के दूसरे दिन पहुंचे राज्य के डेयरी विभाग बारे कैबनिट मंत्री स. बलवीर सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब को कृषि के साथ डेयरी राज्य तहत भी प्रोत्साहित करने के लिए सरकार द्वारा विशेष कदम उठाए जा रहे है और इस के परिणाम तहत राज्य के किसान डेयरी की ओर ध्यान दे रहे है। इस अवसर पर स. सिद्धू ने घोषणा की कि पंजाब के किसानों द्वारा डिवैल्प की विदेशी नस्ल की एस.एफ. व जर्सी गायों के बाहरी राज्य व अन्य देशों के साथ व्यापार समय आती एन.ओ.सी. की समस्या का समाधान किया जाएगा और अब डी.सी. की बिजाए हरियाणा की तज़र् पर डेयरी विभाग के डिप्टी निर्देशकों को ही एन.ओ.सी. जारी करने के अधिकार दिए जाएंगे। उन्होने कहा कि पंजाब में इस समय डेयरी का अर्थचारा, कृषि के धंधे के निकट है, जिस के अनुसार डेयरी किसानों को और सुविधाएं दी जाएंगी। स. सिद्धू ने पंजाब की किसानी को मज़बूत करने के लिए और भी सहायक धंधों को अपनाने व नई पीढ़ी से खत्म हो रहे वर्क कल्चर को अपनाने का भी आहवान दिया। उन्होने बताया कि पंजाब में सरकार द्वारा यहां मिलावटी दूध को खत्म करने के लिए स्वास्थ्य पंजाब मुहिम की शुरुआत की गई है, वहां इस धंधे में लगे माफिया को जेलों में बंद करने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होने इसके साथ पशु खुराक में भी मिलावटखोरी को रोकने के लिए सरकार द्वारा लाए फीड एक्ट बारे भी बताया और इस तहत मिलावटखोरों खिलाफ कार्रवाई का भी आश्वासन दिया। इस अवसर पर डेयरी धंधे में अह्म प्राप्तियां करने वाले दो किसानों सिकंदर सिंह को रणधीर सिंह रोडे पुरुस्कार व राज राम को बैस्ट डेयरी पुरुस्कार से सम्मानित किया गया।  इस सैमीनार को पूर्व मंत्री दाखा ने भी संबोधित करते डेयरी धंधे को पंजाब में और आगे ले जाने की मांग उठाई। पंजाब डेयरी विकास बोर्ड के निर्देशक इंद्रजीत सिंह ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर पी.डी.एफ.ए. के प्रैस सचिव रेशम सिंह भुल्लर ने बताया कि मेले के अंतिम दिन विभिन्न पशु मुकाबलों के विजेताओं को पुरुस्कार दिए जाएंगे। इस अवसर पर एस.एस.पी. वरिंद्र सिंह बराड़, मेजर सिंह भैणी, डा. पवन कुमार मल्होत्रा, डा. ए.एस. पंनू, राजपाल सिंह कुलार, रणजीत सिंह लंगेआणा, बलवीर सिंह नवाशहर, हरिंदर सिंह शाहपुर, डा. जसविंदर सिंह भट्टी, सरपंच सुखपाल सिंह, सुखजिंदर सिंह घुम्मन, सुखराज सिंह गुड़े, बलविंदर सिंह, कुलदीप सिंह सेरों, भुपिंदर सिंह, अवतार सिंह थांपला, कुलदीप सिंह मानसा, गुरबखश सिंह बाजेके, मनजीत सिंह मोही, दर्शन सिंह, निर्मल सिंह व अन्य उपस्थित थे।