राज्य के वैकल्पिक विकास एजैंडे हेतु जै पंजाब फोरम गठित

जालन्धर, 16 दिसम्बर (मेजर सिंह): चौतरफा संकट में से गुजर रहे पंजाबी के लिए वैकल्पिक विकास एजैंडा तैयार करने हेतु आज यहां पंजाब से दर्द रखने वाले बुद्धिजीवियों, विषय विशेषज्ञों एवं सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय लोगों की हुई एक विशाल बैठक में वैकल्पिक विकास एजैंडा तैयार करने के लिए ‘जै पंजाब फोरम’ का गठन किया गया। बैठक में सर्वसम्मति से प्रसिद्ध अर्थशास्त्री एवं कृषि विशेषज्ञ डा. सरदारा सिंह जौहल को चेयरमैन चुना गया। बैठक के पश्चात पत्रकारों से बातचीत करते डा. जौहल ने बताया कि उनकी यह फोरम पंजाब के विभिन्न शहरों में पंजाब को संकट से मुक्त करने हेतु सक्रिय बुद्धिजीवियों, व्यवसाय विशेषज्ञों एवं अन्य सक्रिय लोगों से बैठकें करके विभिन्न विषयों बारे पंजाब पक्षीय एजैंडा तैयार करेगा और फिर इस एजैंडे को लोगों में ले जाया जाएगा। डा. जौहल ने बताया कि प्रथम बैठक में आज सैक्षणिक ढांचे बारे प्राथमिक विचार-विमर्श किया गया है। अगली बैठक गुरदासपुर में की जाएगी। उन्होंने बताया कि शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, सेवा क्षेत्र एवं अन्य विषयों बारे नीति प्रारूप तैयार किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि फोरम पंजाब के लिए चिंतित लोगों के लिए प्लेटफार्म उपलब्ध करेगा। उन्होंने कहा कि हमारा विकास एजैां हवा में बातों वाला नहीं बल्कि मौजूदा समस्याओं के अमली रूप में हल को संबोधित होगा। उन्होंने बताया कि बैठक में शिक्षा के क्षेत्र में सभी के लिए स्कूली शिक्षा बराबर, निशुल्क एवं पांचवीं कक्षा तक केवल पंजाबी में ही पढ़ाई करवाए जाने पर जोर दियागया। डा. जौहल ने कहा कि 12वीं तक स्कूली शिक्षा का कोर्स हर स्कूल के लिए एक होना चाहिए। स्कूल भले ही सरकारी हो, निजी हो या कान्वैंट सभी का सिलेबल एक जैसा होना चाहिए ताकि हर बच्चे को पढ़ाई का बराबर मौका मिले। उन्होंने कहा कि स्कूली शिक्षा की प्रथम रूप में जिम्मेवारी सरकार की होनी चाहिए और सरकार के बजट का कम से कम तीसरा हिस्सा शिक्षा के लिए रखा जाना चाहिए। शिक्षित वोटर ही जम्हूरियत को मजबूर कर सकते हैं और अच्छे समाज का निर्माण कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हिन्दी छठी एवं अंग्रेज़ी को नौवीं कक्षा से सिलेबस का हिस्सा बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मां-बोली से किनारा करना गुलामी की निशानी है और अन्य भाषाएं पढ़ना योग्यता का प्रकटावा है। फोरम की बैठक में पंजाब सरकार द्वारा विधायकों के वेतनों में वृद्धि कर दोगुनी करने के प्रस्ताव का कड़ा विरोध किया। बैठक में फोरम की कोर कमेटी गठित डा. जौहल को चेयरमैन एवं एल.आर. नईया (पूर्व कर अधिकारी), प्रिंसीपल तरसेम बाहीया, प्रो. मनजीत सिंह, सतनाम सिंह चाना एवं दर्शन सिंह को सदस्य मनोनीत किया है।