साइबर विशेषज्ञ के दावे ‘गंभीर’, निष्पक्ष जांच होनी चाहिए : कांग्रेस

नई दिल्ली, 21 जनवरी (भाषा) : इलैक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को हैक करने संबंधी एक साइबर विशेषज्ञ के दावे को ‘गंभीर’ करार देते हुए कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि इससे जुड़े तथ्यों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। पार्टी ने यह भी कहा कि ईवीएम से जुड़े ‘संदेह’ को खत्म करने के लिए चुनाव आयोग आगामी लोकसभा चुनाव में 50 फीसदी वीवीपैट का मिलान सुनिश्चित करे। पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने संवाददाताओं से कहा,‘मैं स्पष्ट कर दूं कि कांग्रेस का इससे (लंदन के आयोजन) कोई सरोकार नहीं है। कपिल सिब्बल ने खुद कहा है कि वहां वह कांग्रेस का प्रतिनिधित्व नहीं कर रहे हैं। भाजपा की शुरू ये ही रुख रहा है कि संदेश देने वाले को निशाना बनाया जाए ताकि संदेश को गुम कर दिया जाए।’ दरअसल, सिब्बल लंदन में साइबर विशेषज्ञ के इस कार्यक्रम में मौजूद थे। पार्टी का कहना है कि वह पत्रकारों के एक समूह के आमंत्रण पर वहां मौजूद थे और इसका पार्टी से कोई संबंध नहीं है। सिंघवी ने कहा,‘हम न तो इसका (दावे) समर्थन कर सकते हैं और ना ही इसका खंडन कर सकते हैं। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। चाहे हमारा चुनाव आयोग जांच करे, चाहे कोई निष्पक्ष एजेंसी करे। हम संदेश को झुठला नहीं कह सकते।’ उन्होंने कहा,‘चुनाव आयोग को बिना तहकीकात को कुछ नहीं कहना चाहिए। पहले उन्हें तहकीकात करनी चाहिए।’भाजपा ने बताया कांग्रेस का ‘हॉरर शो’ : इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में छेड़छाड़ के एक साइबर विशेषज्ञ के दावे के बाद सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने इसे चुनाव में हार से पहले कांग्रेस का ‘‘हैकिंग हॉरर शो’’ करार दिया है तो वहीं विपक्षी तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि हर वोट महत्वपूर्ण है और लोकतंत्र की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिये। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस के पास कई ‘फ्रीलांसर’ हैं जो (प्रधानमंत्री) मोदी जी को हटाने के लिए मदद की तलाश में कभी पाकिस्तान भी पहुँच जाते हैं। वे आगामी चुनाव में संभावित हार से पहले ‘‘हैकिंग हॉरर शो’’ बनाने में जुटे हैं।