पंजाब सरकार द्वारा इंडियन कौंसिल और सैंट्रल बोर्ड से संबंधित स्कूलों में पंजाबी की पढ़ाई संबंधी पत्र जारी

जालन्धर, 22 जनवरी (जसपाल सिंह): पंजाब सरकार द्वारा कौंसिल फार इंडीयन स्कूल सर्टीफिकेट एग्ज़ामीनेशन और सैंट्रल बोर्ड आफ सैकेंडरी ऐजुकेशन के चेयरमैन को इन केन्द्रीय बोर्डों से संबंधित राज्य के सारे स्कूलों में पंजाबी की पढ़ाई अनिवार्य बनाने के लिए एक सख्त पत्र लिखा गया है। इस पत्र में इन केन्द्रीय बोर्डों से संबंधित स्कूलों  में पहली से लेकर 10वीं कक्षा तक पंजाबी को अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाए जाने के लिए कहा गया है। डायरैक्टर पब्लिक इंस्ट्रक्शंस (सैकेंडरी एजूकेशन) द्वारा लिखे पत्र में ‘पंजाब लर्निंग आफ पंजाबी एंड अदर लैंग्वेज़िज एक्ट 2008’ के हवाले से राज्य के सभी स्कूलों में पहली से लेकर दसवीं कक्षा तक पंजाबी की पढ़ाई अनिवार्य बनाने के लिए कहा गया है। यहां वर्णनीय है कि पंजाबी भाषा को सरकारे-दरबारे बनता मान-सम्मान दिलाने के लिए गत काफी समय से काम करती आ रही संस्था पंजाबी भाषा पसार भाईचारा द्वारा भी सैंट्रल बोर्ड से संबंधित स्कूलों में पंजाबी की पढ़ाई अनिवार्य विषय के रूप में करवाने जाने संबंधी लगातार आवाज़ उठाई जाती रही है और संस्था के कानूनी सलाहकार मित्र सैन मीत द्वारा सी.बी.एस.ई. के चेयरमैन सहित अन्य अधिकारियों को पत्र लिखकर भी पंजाबी भाषा संबंधी बने एक्ट को लागू करवाने जाने की मांग की गई थी। इसी तरह प्रसिद्ध आर.टी.आई. कार्यकर्ता एडवोकेट एच.सी. अरोड़ा द्वारा भी इस संबंधी विभिन्न अधिकारियों को कानूनी नोटिस भी भेजे गए थे। इस दौरान राज्य सरकार के इस कदम का स्वागत करते हुए पंजाबी जागृति मंच के प्रधान व प्रसिद्ध पत्रकार सतनाम सिंह माणक, महासचिव दीपक बाली और पंजाब प्रैस क्लब के प्रधान डा. लखविन्द्र सिंह जौहल ने कहा है कि यह विगत लंबे समय से पंजाबी भाषा की बेहतरी के लिए काम करते आ रहे विभिन्न संगठनों और समूह पंजाबी प्रेमियों द्वारा किए गए संघर्ष के कारण ही संभव हो सका है, कि पंजाब सरकार अब पंजाबी की पढ़ाई के मामले को गंभीरता से ले रही है। उन्होंने मांग की है कि कौंसल फार इंडियन स्कूल सर्टीफिकेट एग्ज़ामीनेशन और सैंट्रल बोर्ड आफ सैकेंडरी ऐजुकेशन से संबंधित सभी स्कूलों में पहले से दसवीं कक्षा तक पंजाबी की पढ़ाई सुनिश्चित बनाई जाए और साथ ही जिन स्कूलों में पंजाबी बोलने की पाबंदी लगाई है, उसको तुरन्त प्रभाव से हटाया जाए।