श्री ननकाना साहिब के शहीदों को श्रद्धांजलि

चंडीगढ़, 21 फरवरी (हरकवलजीत सिंह) : पंजाब विधानसभा द्वारा आज श्री गुरु नानक देव जी के जन्म स्थान ननकाना साहिब को महंतों से स्वतन्त्र करवाने के लिए 99 वर्ष पहले लगाए गए मोर्चे जिसमें 156 सिख शहीद हुए थे, को याद करते हुए आज सदन द्वारा सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पास करके श्रद्धांजलि भेंट की गई तथा 2 मिनट का मौन भी रखा गया। राज्य के कैबिनेट मंत्री सुखजिन्द्र सिंह रंधावा जिनके गांव धारोवाल से इस जत्थे के नेता जत्थेदार लक्ष्मण सिंह तथा 5 अन्य सिख शहीद हुए थे, के प्रयास से आज संसदीय मामलों बारे मंत्री ब्रह्ममहिन्द्रा द्वारा यह प्रस्ताव सदन में पेश किया गया जिस पर बोलते हुए सुखजिन्द्र सिंह रंधावा ने कहा कि वर्ष 1920 में 21 फरवरी की सुबह को श्री ननकाना साहिब को महंत नारायण दास से स्वतन्त्र करवाने के लिए यह जत्था श्री ननकाना साहिब पहुंचा, जिस संबंधी सिख संगत में बड़ा रोष था कि उस द्वारा गुरुद्वारा साहिब की मान मर्यादा की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि सुबह 4 बजे जत्थे के नेता लक्ष्मण सिंह जोकि मेरे गांव धारोवाली से थे तथा हमारे बुजुर्ग थे, द्वारा श्री गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष बैठकर जब मुख्य वाक लिया गया तो महंत नारायण के गुंडों द्वारा संगत पर हमला कर दिया गया, जिस में जत्थे के साथ गए 156 सिख शहीद हो गए तथा अन्य बहुत से घायल भी हुए तथा जत्थेदार लक्ष्मण सिंह जिन्हें हज़ूरी में बैठे 2 गोलियां लगीं को बालों के साथ बांधकर नीचे से आग लगाकर जला दिया गया तथा और भी बहुत से शवों पर तेल डालकर जलाया गया। उन्होंने कहा कि ऐसी घटना के बाद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक केमटी के गठन का शुरुआती कारण बनी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 में इस महान कांड की शताब्दी आ रही है तथा वह मुख्यमंत्री से मांग करेंगे कि गुरुद्वारा सुधार लहर के इस महान कांड को सरकारी स्तर पर मनाया जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा धारोवाली गांव में स्वर्गीय लक्ष्मण सिंह की याद में बने स्कूल को पहली बार 1 करोड़ 10 लाख की ग्रांट जारी की गई है। लोक इंसाफ पार्टी के स. बलविन्द्र सिंह बैंस जोकि शिरोमणि कमेटी के चुने हुए सदस्य भी हैं, ने अकालियों से कहा कि बरगाड़ी तथा बहिबल कलां में जो कुछ हुआ वह बहुत अफसोसजनक था तथा आपको इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। परमात्मा बख्शता है लेकिन आप आज भी कातिलों के साथ खड़े होने की कोशिश कर रहे हैं। विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा द्वारा भी प्रस्ताव का समर्थन किया गया तथा प्रस्ताव को सदन द्वारा सर्वसम्मति से पारित करते हुए शहीदों की याद में 2 मिनट का मौन भी रखा गया। शून्य काल : शून्य काल में आज सत्तारूढ़ पार्टी के राजा वड़िंग द्वारा निजी बस आप्रेटरों की धक्केशाही का मुद्दा उठाते हुए कहा गया कि बादलों तथा उनके समर्थकों की बसें आज भी लगातार लोगों को कुचलने का काम कर रही हैं लेकिन हमारी सरकार इस संबंधी कोई कार्रवाई नहीं कर रही। उन्होंने अपने क्षेत्र के एक आप्रेटर न्यू दीप बस कंपनी पर कथित तौर पर आरोप लगाया कि उनकी बसों के बाद कुछ समय में 5 बड़े हादसे किए गये जिनमें 11 जानें गईं। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही संगीन मामला है तथा जिस किसी बस कम्पनी की बसें 2-3 से ज्यादा व्यक्तियों की मौत का कारण बनती हैं, उस कम्पनी का लाइसैंस कैंसल हो जाना चाहिए लेकिन ऐसे घिनौने हादसों की शिकार बसों के लिए आरोपी मालिकों तथा स्टाफ की 15 मिनटों में ज़मानतें हो जाती हैं। उन्होंने परिवहन मंत्री से मांग की कि सरकार इस संबंधी सख्त कानून बनाए तथा राहगीरों की मौतों के लिए ज़िम्मेवार ऐसे ड्राइवरों को कम से कम 10-10 वर्ष की सज़ा देने का प्रबंध किया जाए। अकाली दल के शरणजीत सिंह ढिल्लों द्वारा अनुसूचित तथा पिछड़ी श्रेणियों के लिए नि:शुल्क बिजली की सुविधा संबंधी शर्तें लगाने का मुद्दा उठाया गया। सदन में अकाली सदस्य आज काले परिधान डालकर इस फैसले के विरोध में बैनर लगाकर आए हुए थे। अकाली दल के ही गुरप्रताप सिंह वडाला ने 1 लाख हैक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में बीजी गई आलू की फसल पर हुई बर्फबारी का मुद्दा उठाया, जिस कारण 50 प्रतिशत फसल खत्म हो गई। अकाली दल के पवन टीनू द्वारा भी सदन में अनुसूचित तथा पिछड़ी श्रेणियों के लिए नि:शुल्क बिजली का मुद्दा उठाते हुए कहा कि जो वर्ष में 3000 से ज्यादा यूनिट बिजली प्रयोग करेगा, उसकी यह सुविधा खत्म हो जाएगी, लेकिन स्पीकर द्वारा इस मुद्दे पर अकालियों को और बोलने की अनुमति न देने के विरोध में अकाली-भाजपा सदस्य स्पीकर की कुर्सी के समक्ष कुछ मिनट नारे लगाने के बाद सदन से वाक्आऊट कर गए। विधायक कंवर संधू द्वारा चंडीगढ़ तथा इसके पड़ोसी क्षेत्र में मैट्रो प्रोजैक्ट शुरू करने के लिए सदन द्वारा प्रस्ताव लाए जाने की मांग की गई लेकिन सरकार द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया। ध्यान दिलाने वाले प्रस्ताव : आम आदमी पार्टी के कंवर संधू द्वारा आज सदन में ट्रैवल एजेंटों द्वारा आम लोगों की लूट का मुद्दा उठाया गया, उन्होंने कहा कि प्रत्येक विधायक को प्रतिदिन इस संबंधी शिकायतें मिलती हैं लेकिन सरकारी स्तर पर कोई कार्रवाई न होने के कारण यह धंधा लगातार जारी है।गैर सरकारी प्रस्ताव : सदन द्वारा आज हरमिन्द्र सिंह गिल द्वारा पेश किए गए एक गैर सरकारी प्रस्ताव पर भी विचार किया गया, जिसमें सरकार के प्राइमरी तथा ऐलीमैंट्री स्कूलों का प्राथमिक ढांचा विकसित करने तथा इस उद्देश्य के लिए प्रवासी भारतीयों की मदद लिए जाने के लिए कहा गया था। विचार-विमर्श पूरा न हो सकने के कारण प्रस्ताव पास नहीं हो सका।