बैग खरीद रही हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखें

प्राचीन समय में बैग का अर्थ थैला या कपड़ों को कैरी करने वाला बैग होता था पर आज बैग का अर्थ बिलकुल भिन्न है। यह फैशन स्टेटमेंट बन चुका है।  वैसे आजकल बाजार में हर कलर, स्टाइल व आकार के विभिन्न बैग्स उपलब्ध हैं। यदि आप भी बैग खरीदने की सोच रही हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखें।
= ट्रैंड के अनुसार बैग लें पर खरीदने से पहले उसे कंधे पर लगाकर देखें कि आप पर वो सूट कर रहा है या नहीं। नहीं कर रहा तो वही बैग लें जो आपकी पर्सनैलिटी  को सूट करे ।
=अगर आप हैवी ड्रेसेज के साथ बैग ले रही हैं तो ध्यान रखें उसके साथ बैग सिंपल लें। यदि सिंपल ड्रेस है तो बैग हैवी लें।
= बैग का मैटीरियल ऐसा हो जिसमें सामान डालने से उसका आकार खराब न हो। ओवर साइज बैग भी ट्रेंड में हैं। कुछ ड्रैसेज के साथ और कुछ समारोहों में ओवरसाइज बैग अच्छे लगते हैं। वैसे ओवरसाइज बैग वर्किंग वूमेन के लिए लाभप्रद भी हैं। एक ही बैग में सब कुछ आ जाता है। 
=बैग का मटीरियल ऐसा हो जो गीला होने पर खराब न हो और उसे आसानी से गीले कपड़े से साफ भी किया जा सके।
= जो बैग्स पार्टी वियर हों, उन्हें प्रयोग करने के बाद उनमें कागज भर कर रखें ताकि शेप खराब न हो। उन्हें तेज रोशनी और धूल मिट्टी से बचा कर रखें।
= सीक्वेंस वर्क के बैग्स को साफ करते समय ध्यान दें कि उनके सितारे, शीशे, पत्थर, मोती, घुंघरू और तिल्ले की कढ़ाई खराब न हों।
= बहुत लम्बे बैग को उठाने में असुविधा होती है। बैग की लंबाई अपनी लंबाई के अनुसार लें। बैग जो भी लें, अपने कंधे पर लटकाकर देखें कि आपका कंधा उस बैग को आसानी से कैरी कर सकता है ।  (उर्वशी)